संपादक, न्यूज़NORTH
भारत में एक लाख से अधिक मोबाइल फोन रिटेलरों के ट्रेड यूनियन, ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन (AIMRA) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि Amazon India की गतिविधियों को लेकर चल रही जाँच के पूरे होने तक देश में कंपनी के संचालन को निलंबित किया जाए।
इसके साथ ही इस ट्रेड यूनियन ने एक दिलचस्प माँग भी की है और कहा है कि ऑनलाइन स्मार्टफोन की बिक्री करने वाले विक्रेताओं पर दैनिक रूप से एक लिमिट सेट की जाए कि वह एक दिन में ऑनलाइन कितने स्मार्टफ़ोन बेंच सकते हैं?
AIMRA का Amazon India को लेकर PM Modi को पत्र
रिपोर्ट के मुताबिक़ संगठन ने कहा कि ई-कॉमर्स कंपनियों के किसी भी विक्रेता को प्रति दिन ₹500,000 से अधिक का सामान बेचने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
AIMRA नामक इस ट्रेड यूनियन ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा कि Amazon और Flipkart चीनी मोबाइल कंपनियों व ब्रांडों के साथ मिलकर “स्थानीय अर्थव्यवस्था और छोटे रिटेलर्स को ख़त्म करने का काम कर रहे हैं।”
असल में इस एसोसिएशन का कहना है कि कई स्मार्टफोन निर्माताओं की ई-कॉमर्स कंपनियों के कुछ पसंदीदा विक्रेताओं के साथ विशेष भागीदारी है और इसलिए उन्हें स्टॉक आदि लिहाज़ से प्राथमिकताएं दी जाती हैं।
ट्रेड यूनियन का कहना है कि इस तरह ई-कॉमर्स कंपनियां अपने कुछ पसंदीदा विक्रेताओं को सीधे तरीक़े से मदद किए बिना भी बढ़ावा देने में सहयोग मिलता है।।
आपको याद दिला दें अभी कुछ ही दिनों पहले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने कहा था कि वह कथित व्यावसायिक दुर्भावना और GST चोरी जैसे मुद्दों को लेकर ई-कॉमर्स दिग्गज कंपनियों जैसे Amazon और Flipkart के खिलाफ एक महीने का देशव्यापी आंदोलन शुरू करेगा। ये आंदोलन 5 मार्च से शुरू होगा और 5 अप्रैल, 2021 तक जारी रहेगा।
असल में AIMRA और CAIT का Amazon व Flipkart के खिलाफ़ ये विरोध Reuters की एक रिपोर्ट सामने आने के बाद और बढ़ गया है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 की शुरुआत में कंपनी की वेबसाइट पर बेचे गए कुल सामानों में लगभग एक तिहाई हिस्सेदारी अकेले क़रीब 33 Amazon विक्रेताओं (सेलर्स) की ही रही।
और इस दौरान अकेले दो विक्रेताओं, Cloudtail और Appario ने ही प्लेटफ़ॉर्म पर हुई कुल बिक्री के ज़रिए कमाई का 35% हिस्सा कमाया। ग़ौर करने वाली बात ये है कि इन दोनों कंपनियों में Amazon की अप्रत्यक्ष हिस्सेदारी है।
वहीं उद्योग और आंतरिक व्यापार को बढ़ावा देने के लिए विभाग, DPIIT के अनुरोध पर ED के घेरे में नज़र आ रहे Amazon India पर ये जाँच एजेंसी और मज़बूती से शिकंजा कसती नज़र आ रही है।
DPIIT ने दोनों एजेंसियों (ED और RBI) को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के नियमों और भारत की FDI पॉलिसी के उल्लंघन को लेकर ई-कॉमर्स दिग्गज Amazon और Flipkart के खिलाफ “आवश्यक कार्रवाई” करने के लिए कहा था।
वहीं इन चीज़ों के सामने आने के बाद Amazon India के प्रमुख अमित अग्रवाल ने सामने आई आरोप लगाने वाली Reuters की रिपोर्ट को “अपूर्ण और तथ्यात्मक रूप से गलत” बताया है।
ये भी कहा गया था कि Amazon India ने कर्मचारियों को आश्वस्त किया है कि Amazon सभी भारतीय क़ानूनों का पालन करता है।
लेकिन इन सब के बीच देखना ये दिलचस्प होगा कि पहले CAIT का आंदोलन को लेकर सख़्त रूख और अब AIMRA की पीएम मोदी को चिट्ठी भला Amazon India और Flipkart जैसी कंपनियों के भारतीय संचालन में कितना असर डाल पाती है?