इस बात में कोई शक नहीं है कि अब देश में 5G Network को लेकर लोगों, कंपनियों और संबंधित सरकारी महकमें में भी बीते कुछ समय से चहल-पहल तेज होने लगी है। अब देश में ग्राहक और टेलीकॉम कंपनियाँ दोनों ही 5G Network सुविधाओं का इस्तेमाल करने को बेताब नज़र आ रही हैं।
और इसको लेकर अब एक अच्छी ख़बर सामने आयी है, जिसके अनुसार भारत 5G नेटवर्क सुविधाओं को अपनाने की दिशा में आगे बढ़ता नज़र आ रहा है।
जी हाँ! पहले 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी के बारे में सरकार की ओर से स्पष्ट दिशानिर्देशों को पेश करने और फिर पिछले महीने 5G ट्रायल के आवेदन जमा करने तक, भारतीय टेलीकॉम जगत ने अब जल्द ही 5G ट्रायल शुरू करने के संकेत दिए हैं।
ख़बरों की मानें तो Reliance Jio, Vodafone Idea, Bharati Airtel और भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) अब 5G ट्रायल को लेकर तैयार नज़र आ रहा है।
असल में कई प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों से पिछले महीने देरी के बाद अपने आवेदन अधिकारियों को सौंप दिए थे। वहीं अब ख़बरें सामने आई हैं कि DoG के अधिकारियों ने देश में 5G ट्रायल के रोडमैप पर चर्चा करने के लिए कंपनियों के साथ बैठक की है। ईटी की एक रिपोर्ट की मानें तो देश में 5G ट्रायल कुछ ही हफ़्तों में शुरू हो सकते हैं।
5G Network ट्रायल के लिए टेलीकॉम कंपनियों ने थमा इनका हाथ
एक तरफ़ Airtel और Vodafone Idea ने 5G ट्रायल के लिए जहाँ Huawei, ZTE, Ericsson और Nokia के साथ साझेदारी की है, वहीं Reliance Jio ने इसके लिए Samsung का साथ चुना है।
असल में देश में 5G ट्रायल में ये देरी इसलिए भी हो रही है क्योंकि टेलिकॉम ऑपरेटर्स ने 10 जनवरी, 2020 से आवेदन जमा करने को लेकर DoT से एक्सटेंशन की मांग की थी।
उस वक़्त सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) ने कहा था कि 5G ट्रायल के लिए बहुत सारे पहलुओं को ध्यान में रखने की ज़रूरत है और देश में 5G ट्रायल की शुरुआत से पहले एक बार विचार किया जाना चाहिए। इसी के साथ ही COAI ने DoT से इसको लेकर तय की गई समय सीमा पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया था।
दरसल जिन मुद्दों को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही है उसमें कई कारक शामिल थे जैसे ग्रामीण व अर्ध-शहरी इलाक़ों के लिए प्लानिंग और विक्रेताओं के विवरण, रखरखाव और संचालन आदि बहुत कुछ।
Airtel ने की है 5G Network की टेस्टिंग
इस बीच एक ख़बर ये भी आई थी कि जनवरी 2021 में ही Airtel ने हैदराबाद में सफलतापूर्वक अपने 5G नेटवर्क की टेस्टिंग की थी और वह ऐसा करने वाली भारत की पहली कंपनी बन गई थी।
इसके लिए Aritel ने अपने मौजूदा स्पेक्ट्रम का उपयोग 1800 मेगाहर्ट्ज बैंड में NSA (नॉन-स्टैंडअलोन) नेटवर्क तकनीक के माध्यम से किया था, जिस स्पेक्ट्रम ब्लॉक में कंपनी ने 5G और 4G नेटवर्क को चलाया था।
तब इस टेलीकॉम दिग्गज ने अपने 5G नेटवर्क पर हासिल की गई स्पीड का खुलासा नहीं किया था। लेकिन ऐसा माना जा रहा था कि इसकी 5G तकनीक वर्तमान की 4G तकनीक से 10 गुना अधिक डाउनलोड और अपलोड स्पीड प्रदान कर रही है। लेकिन कंपनी ने कहा था कि पर्याप्त स्पेक्ट्रम उपलब्ध होने के बाद इसमें और भी सुधार की संभावना है।
वहीं Jio ने भी 2021 की दूसरी छमाही में भारत भर में 5G सेवाओं को रोल आउट करने का ऐलान किया था। इसने अमेरिका में Qualcomm के साथ मिलकर अपने 5G नेटवर्क की टेस्टिंग की थी।
आपको बता दें 5G नेटवर्क को 2020 तक भारत में लॉन्च किया जाना था, लेकिन कोरोना आदि के चलते देरी के चलते सरकार ने अभी तक स्पेक्ट्रम नीलामी की तारीख तय नहीं की है।