अगर आपको लगता है कि आपके पास खाना बनाने को लेकर कुछ अनोखे आइडिया मौजूद हैं, तो यक़ीन कीजिए नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) को आपकी ही तलाश है। जी हाँ! असल में नासा (NASA) ने कनाडाई स्पेस एजेंसी (CSA) के साथ मिलकर एक “डीप स्पेस फ़ूड (Deep Space Food)” चैलेंज को शुरू किया है।
और ज़ाहिर है अब नासा (NASA) ने किसी चैलेंज को पेश किया है तो इसके विजेता को ईनाम भी अच्छा ख़ासा ही मिलेगा। जी हाँ! ऐसा ही है, इस चैलेंज के विजेता को 500,000 अमेरिकी डॉलर यानि क़रीब ₹3.62 करोड़ का पुरस्कार दिया जाएगा।
क्या है NASA का Deep Space Food चैलेंज?
असल में इस चैलेंज में भाग देने वाले प्रतिभागियों को एक ऐसे फ़ूड सिस्टम आइडिया के साथ सामने आना होगा, जो अंतरिक्ष यात्रियों के लंबे समय वाले अंतरिक्ष मिशनों के लिए कारगर साबित हो सके।
असल में ये प्रतिष्ठित अंतरिक्ष संस्था एक ऐसे इनोवेटिव फ़ूड सिस्टम तकनीक की तलाश कर रही है, जो आसानी से बन सकनें वाले स्पेस फ़ूड का तरीक़ा खोज सके और जिसको फ्रीज या ड्राय या बहुत ही तामझाम के साथ पैक करने की भी ज़रूरत न पड़े।
ज़ाहिर है NASA की कोशिश है कि वो दुनिया भर से तमाम तरीक़े के स्पेस फ़ूड आइडिया को आमंत्रित करे ताकि हो सकता है कि इन तमाम आइडिया में से कोई बेहद अहम तकनीक या स्पेस फ़ूड कॉन्सेप्ट सामने आ सके।
इस बात में कोई शक नहीं है कि इस अमेरिकी एजेंसी के पास इस क्षेत्र से जुड़ा ज्ञान, डेटा और क्षमता है, लेकिन इसके बाद भी नई तकनीक या नया विचार दुनिया के किसी भी कोने से सामने आ सकता है और एजेंसी उसी की उम्मीद कर रही है।
अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस में अपने फ़ूड का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। इसी को देखते हुए स्पेस फ़ूड रिसर्च ने हाल ही में एक ख़ास तरीक़े का ‘चॉकलेट बार’ बनाया था जो अंतरिक्ष यात्रियों को ऊर्जा प्रदान करने के लिए अल्ट्रा-हाई मात्रा में कैलोरी भी प्रदान करता है और स्पेस में भारी मात्रा में फ़ूड ले जाने के बोझ को भी कम करता है ।
और क्या आप जानते हैं NASA पिछले कुछ सालों से अंतरिक्ष यात्रियों के लिए अंतरिक्ष में ही फल और सब्जियां उगाने के तरीके तलाश रहा है, ताकि वे अंतरिक्ष यात्रियों को बेहतर भोजन के विकल्प उपलब्ध करा सकें।
NASA के इस Deep Space Food चैलेंज में भाग लेने के लिए इच्छुक टीमें 28 मई तक चैलेंज वेबसाइट पर रजिस्टर कर सकती हैं। आपको बता दें 30 जुलाई तक फ़ेज़ 1 के लिए एंट्री सबमिट करनी होगी।
साथ ही NASA टॉप 20 टीमों में से हर एक टीम को 25,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग ₹18 लाख) की राशि देगी। इसके साथ ही इन टीमों को फ़ेज़ 2 में अपने आइडिया के और विकसित स्वरूप को भी पेश करने का मौक़ा दिया जाएगा। इस चैलेंज से जुड़ी और अधिक जानकरियों के लिए आप यहाँ क्लिक कर सकते हैं।