मुंबई आधारित कंटेंट पब्लिशिंग प्लेटफ़ॉर्म Pencil ने अपने प्री-सीरीज़ ए निवेश दौर में अमेरिका आधारित वेंचर कैपिटल फंड SOSV के नेतृत्व में क़रीब ₹7 करोड़ ($1 मिलियन) का निवेश प्राप्त किया है।
आपको बता दें इस निवेश दौर में भाग लेने वाले अन्य निवेशकों की लिस्ट में Inflection Point Ventures (IPV), Artesian के साथ ही मौजूदा निवेशकों रूप में Mumbai Angels और SucSEED भी शामिल रहे।
ईटी में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक़ कंपनी इस निवेश का इस्तेमाल मुख्य रूप से अपनी टेकनिकल टीम को बढ़ाने में करेगी, क्योंकि फ़िलहाल ये स्टार्टअप एक रीडर ऐप लॉन्च करने को लेकर काम कर रहा है।
क्या करता है Pencil?
असल में Pencil लेखकों को मुफ़्त में अपनी बुकों को प्लेटफ़ॉर्म में पब्लिश करने के साथ ही, उन्हें 60 से अधिक भाषाओं में विश्व स्तर पर डिस्ट्रीब्यूट (वितरित) करने की भी सहूलियत देता है। एनालिटिक्स और डायनामिक एडिटिंग का इस्तेमाल कर कंपनी का उद्देश्य वैश्विक रूप से नए लेखकों को एक प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करने का है।
इतना ही नहीं बल्कि एक तरफ़ जहाँ ये प्लेटफ़ॉर्म लेखकों को अपने एनालिटिक्स और डायनामिक एडिटिंग टूल्स के ज़रिए ये समझने में मदद करता है कि उनकी बुक्स को रीडर्स कैसे पढ़ रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर ये प्लेटफ़ॉर्म उनकी बुक्स को वीडियो कंटेंट के रूप में एडॉप्ट करने के लिए स्टूडियो और OTT प्लेटफ़ॉर्मों और अन्य भाषा में बुक्स को ट्रांसलेट कर प्रकाशित करने की इच्छा रखने वाले पब्लिशर्स आदि के ज़रिए लेखकों को कमाने का विकल्प भी प्रदान करता है।
इसके ज़रिए कंपनी असल में क्रीएटर्स को कमाई का विकल्प प्रदान करने के साथ ही, एक सोशल स्टोरीटेलिंग प्लेटफ़ॉर्म के रूप में ख़ुद को स्थापित भी करती नज़र आ रही है।
रिपोर्ट के अनुसार Pencil के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्वरूप नंदा ने कहा;
“क्रीएटर्स इकोनॉमी क्षेत्र में फ़िलहाल उछाल के बाद भी हमनें लेखकों के लिए रचनात्मक क्षेत्र में मौजूद संभावनाओं को देखा।”
“और इसलिए हमनें एक तेज, पारदर्शी और सही मायने में डिजिटल साहित्यिक प्लेटफ़ॉर्म लाकर इन संभावनाओं को पूरा करना चाहा, जहाँ लेखक अपना कंटेंट पब्लिश कर सकते हैं, उसमें सुधार कर सकते हैं, दर्शकों को उसको पढ़ने के लिए प्रेरित कर सकते हैं और साथ ही अपने कंटेंट के ज़रिए कमाई के विकल्पों को भी तलाश सकते हैं।”
वहीं दिलचस्प ये है कि बतौर निवेशक IPV के लिए इस साल जनवरी के बाद से ये उसका चौथा निवेश है। यह फ़र्म इस साल 60 से अधिक स्टार्टअप्स में क़रीब ₹155 करोड़ तक का निवेश करना चाहती है।