जनवरी 2016 में शुरू की गई स्टार्टअप इंडिया (Startup India) पहल के तहत प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार ने ₹10,000 करोड़ का Fund of Funds for Startups (FFS) फंड बनाया था।
और अब सामने आई फ़ाइनेंशियल एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ ने 31 जनवरी, 2021 तक इस FFS फ़ंड के ज़रिए सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त 391 स्टार्टअप्स में ₹5,089.55 करोड़ का निवेश का किया जा चुका है। इस रिपोर्ट के मुताबिक़ ये आँकड़े वाणिज्य मंत्रालय द्वारा पेश किया गए हैं।
इस बीच पहले से उपलब्ध सरकारी आंकड़ों के अनुसार, फ़ंड पाने वाले स्टार्टअप्स की संख्या 18 फरवरी, 2020 तक 320 थी, जो उसके बाद से अब तक 22 प्रतिशत बढ़ी है।
वहीं दूसरी ओर दिलचस्प रूप से फ़ंड की गई राशि में 18 फरवरी, 2020 तक कुल ₹3,378.47 करोड़ थी, और इसके अब के ऊपर दिए गए आँकड़ो को देखें तो इसमें तब से 50.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
बता दें फ़ंड पाने वाले स्टार्टअप्स की संख्या का नवीनतम डेटा केंद्रीय वाणिज्य मंत्री सोम प्रकाश द्वारा लोकसभा में एक प्रश्न के जवाब में लिखित उत्तर के रूप में साझा किया गया था।
इसके मुताबिक़ इस फ़ंड के ज़रिए Dunzo, CureFit, FreshToHome, Jumbotail, Unacademy, Uniphore, Vedantu, Vogo, Zostel आदि जैसे स्टार्टअप्स में निवेश किया गया है।
सिडबी (SIDBI) द्वारा मैनेज किए जाने वाले इस Fund of Funds for Startups (FFS) फ़ंड को क्रमशः FY16-FY20 और FY21-FY25 अवधि के अनुरूप 14वें और 15वें वित्त आयोग के चक्रों पर डिप्लाय किया जाएगा।
ख़ास ये है कि FFS फ़ंड के ज़रिए सरकार उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPPIT) के तहत पंजीकृत स्टार्टअप में सीधे निवेश करने के बजाय सेबी-पंजीकृत वैकल्पिक निवेश कोष [Alternative Investment Funds (AIF)] की पूंजी में योगदान देती है।
SIDBI ने 31 जनवरी, 2021 तक 62 AIFs के लिए ₹4376.95 करोड़ का वादा किया है, जो 18 फरवरी, 2020 तक में 47 AIFs के लिए किए गए ₹3123.20 करोड़ से अधिक है।
FFS से पंजीकृत प्रमुख स्टार्टअप इन्वेस्टमेंट फर्मों में Chiratae Ventures, India Quotient, Blume Ventures, India Angel Network Fund, Kalaari Capital, Fireside Ventures आदि शामिल हैं।
असल में वर्तमान में एंजल फंडों के अलावा, किसी भी AIFs में 1,000 से अधिक निवेशक नहीं हो सकते हैं। AIFs तीन श्रेणियों के होते हैं, AIF I, जो प्रारंभिक चरण के स्टार्टअप, सामाजिक उद्यम, छोटे व्यवसाय, और सरकार द्वारा सामाजिक या आर्थिक रूप से वांछनीय क्षेत्रों के संदर्भ में कार्यरत होते हैं। AIF I फ़ंड में वेंचर कैपिटल फंड्स, एसएमई फंड्स, सोशल वेंचर फंड्स, इंफ्रास्ट्रक्चर फंड्स शामिल होते हैं।
वहीं AIF II के तहत रियल एस्टेट फंड, पीई फंड, व्यथित संपत्ति के लिए धन, आदि को वर्गीकृत किया जाता है। वहीं AIF III फंड में हेज फंड, पीआईपीई फंड आदि शामिल होते हैं।
इस बीच अपने कारोबार को शुरुआत के स्तर पर बढ़ाने वाले स्टार्टअप्स में निवेश आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए पीएम मोदी ने जनवरी में ₹945 करोड़ वाले Startup India Seed Fund का ऐलान किया था।
इसके तहत 300 इन्क्यूबेटरों के माध्यम से लगभग 3,600 उद्यमियों को समर्थन देने के लिए पांच साल की अवधि में इस फंड का वितरण किया जाएगा।