2020 की गर्मियों में जब भारत ने कई कारणों से PUBG और 117 अन्य चीनी ऐप्स को बैन कर दिया था, तो देश में आचानक ही एक विकल्प की आवश्यकता आ पड़ी। और इसी को देखते हुए “Fearless and United-Guards” (FAU-G) को पेश किया गया और भारतीय गेमिंग क्षेत्र में इसको लेकर जमकर उत्साह दिखा।
दरसल ये FAU-G गेम पिछले साल हुई गलवान घाटी में चीनी सेना और भारतीय सेना के बीच झड़प की कहानी पर आधारित है, जिससे इसको लेकर रोमांच और भी बढ़ जाता है।
लेकिन आपको बता दें बैन हुए PUBG Game से टक्कर की बात करें तो शायद आप FAU-G की तुलना नहीं कर सकते हैं, क्योंकि ये एक पूर्ण मल्टी प्लेअर गेम नहीं बल्कि बेसिक लेवल डिज़ाइन के साथ पेश किया एक गेम है।
इसमें हर एक लेवल पर आप एक कैम्प से शुरू करते हैं और कई दुश्मनों से तब तक लड़ते हैं जब तक आप इसे ख़त्म नहीं कर देते। इसके बीच आपको कहीं न कहीं कुछ समय के लिए सीमा पर कुछ समय पहले हुई एक वास्तविक घटना भी देखने को मिलती है।
दरसल इस गेम में आपको PUBG की तरह एक रॉयल बैटल मोड नहीं दिया गया है। पर इस गेम में 5v5 डेथ मैच और सभी मोड के लिए मुफ्त विकल्प है।
इस गेम में शुरु में आप सिर्फ़ आगे की दिशा में स्प्रिंट कर सकते हैं, और तब आपको समझ आएगा कि आप इसके ग्राफिक्स की तुलना PUBG से क्यों नहीं कर सकते।
इसके साथ ही इस गेम में आपको कोई बंदूक आदि हथियार नहीं दिए जाते हैं। इसमें आपको शारीरिक रूप से ही लड़ाई शुरू करनी पड़ती है। लेकिन इसमें आप क्लबों और भाले जैसी वस्तुओं को उठा सकते हैं, लेकिन बंदूकों की कमी गेमर्स को थोड़ा मायूस ज़रूर कर रही है।
लेकिन आपको बता दें ये भारतीय गेमिंग संस्कृति पर आधारित गेम को किसी विदेशी गेम निर्माताओं के साथ तुलना करना सही नहीं है।
इस बीच Ubisoft ने भी ऐलान किया था कि Prince of Persia: Sands of Time का रीमेक मुंबई और पुणे आधारित इसकी शाखाओं द्वारा बनाया जाएगा। इस बीच अंत में इतना ज़रूर कहना चाहिए कि FAU-G गेम का अनुभव थोड़ा अलग है इसको तुलनात्मक रूप से नहीं देखना चाहिए।