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डोनाल्‍ड ट्रंप के समर्थकों ने कथित रूप से ‘चोरी रोकने’ की कोशिश के साथ बोला यूएस कैपिटल पर धावा

बुधवार को वाशिंगटन डीसी में एक अराजक मंजर देखने को मिला, दरसल ट्रम्प के समर्थन में उतरे प्रदर्शनकारियों ने अचानक से अमेरिकी कैपिटल बिल्डिंग पर हमला बोलते हुए वहाँ हिंसा शुरू कर दी।

इस शर्मनाक मंजर से पहले ट्रम्प समर्थकों के व्हाइट हाउस के बाहर राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा आयोजित एक रैली में भाग लेने के लिए इक्कठा होने की बात सामने आई थी। दरसल इस दिन नए जीते हुए राष्ट्रपति को अमेरिका की संसद में उनकी चुनावी जीत का प्रमाण दिया जाना था, लेकिन अचानक से इक्कठा हुए ट्रम्प समर्थकों ने इसके विरोध में हिंसा शुरू कर दी।

इस बीच अपने आयोजन में राष्ट्रपति ट्रम्प ने अपने समर्थकों को कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। दरसल वो बार बार इस बात पर ज़ोर दे रहें हैं कि वो चुनाव जीत जाते लेकिन चुनावों में धाँधली की वजह से वो हारे।

हालंकि कोर्ट और तमाम जगहों से उनकी इस दलील को बेबुनियाद बताया जा चुका है, लेकिन इसके बाद भी ट्रम्प अपनी हार को कोई स्वाभाविक रूप नहीं देना चाहते हैं और वो सिर्फ़ लोगों को ये जताते हुए नज़र आ रहे हैं कि चुनावों में कथित धाँधली के चलते ही उनकी हार हुई है।

लेकिन इस बीच इस तरह की बेबुनियादि बातों से ही भड़के ट्रम्प समर्थकों ने कल अपना आपा खोते हुए कैपिटल बिल्डिंग पर हमला बोल दिया और ख़बरों के मुताबिक़ इन सब के बीच एक महिला को अपनी जान तक गवानी पड़ी, जो बेहद निंदनीय और दुखदायी घटना है।

इस दौरान ट्रम्प समर्थकों ने कैपिटल बिल्डिंग की सीढ़ियों पर “मेक अमेरिका ग्रेट अगेन” हैट्स और “स्टॉप द स्टील” बैनरों को लहराया, और कथित रूप से राष्ट्रपति ने अपने समर्थकों को अपनी धाँधली जैसी बातों के साथ और किया।

इस बीच ट्रम्प ने एक Tweet ने लिखा;

“उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने हमारे देश और हमारे संविधान की रक्षा के लिए जो सही क़दम लेना था, वह नहीं लिया। अगर उन्होंने थोड़ा भी साहस दिखाया होता तो राज्यों में हुई धाँधली को ज़ाहिर करने वाले तथ्यों को प्रमाणित करने का मौका मिल जाता।”

लेकिन Twitter ने तुरंत ही ट्रम्प के चुनावी धोखाधड़ी के दावे संबंधी इस Tweet को चेतावनी लेबल के ज़रिए “विवादित” फ़्लैग कर दिया।

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आपको बता दें ट्रम्प लगातार गलत तरीक़े से ये बात कहते रहें हैं कि उपराष्ट्रपति चाहें तो चुनाव के नतीजों को बदल सकते हैं। इस बीच ट्रम्प के समर्थकों ने पहले से ही कैपिटल बिल्डिंग में अपना रास्ता बना लिया था, और राष्ट्रपति ने समर्थकों को शांतिपूर्ण तरीक़े से समर्थन करने की अपील की थी।

आपको बता दें इस हिंसा आदि के बाद Facebook और Twitter ने अपने अपने प्लेटफ़ॉर्म पर ट्रम्प को बैन कर दिया था Facebook ने 24 घंटे के लिए और Twitter ने 12 घंटे के लिए ट्रम्प के अकाउंट को बैन करने का फ़ैसला किया था।

इस बीच Facebook ने चुनाव के बाद से ही ऐसी धाँधली आदि की अफ़वाहों को फैलाने वाले ग्रुप आदि पर लगाम लगाना शुरू कर दिया था। लेकिन ट्रम्प ख़ुद ही बार बार ऐसी चीज़ों को हवा देते आ रहे हैं।

और अब इसको लेकर Facebook और Twitter दोनों ने नियमों का उल्लंघन बताते हुए ट्रम्प के पोस्ट को हटाना शुरू कर दिया है और कल हुई हिंसा के बाद भी ऐसा ही देखने को मिला।

इस बीच Facebook के प्रवक्ता के अनुसार ऐसी अफ़वाह फैलाने वाले कई ग्रुप चुनाव प्रक्रिया के आसपास बनाए गए थे और इनमें कुछ सदस्यों ने हिंसा आदि संबंधी भी चिंताजनक कॉल दिए थे।

इस बीच ‘स्टॉप द स्टील’ समर्थकों को Reddit, Twitter आदि जगहों पर अपने पैर जमाने का मौक़ा ज़रूर मिला और ऐसे तमाम सोशल नेटवर्क सहित कई अन्य प्लेटफार्मों पर ऐसी बातों को ख़ूब हवा मिलती रही। और अब कहीं न कहीं यही सब बातें कहीं न कहीं अमेरिका कैपिटल बिल्डिंग में हुई हिंसा के लिए ज़िम्मेदार कहीं जा सकती हैं।

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