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Future Retail ने कहा ‘Amazon के पक्ष में आया आदेश’ भारतीय नियमों के हिसाब से नहीं है कंपनी के लिए बाध्यकारी

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भारत आधारित Future Retail Ltd (FRL) ने आख़िरकार हाल ही में Amazon को लेकर छिड़े विवाद के बीच सिंगापुर कोर्ट के आदेश को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। दरसल कंपनी ने साफ़ तौर पर कहा है कि यह आदेश भारतीय कानून के तहत लागू होते हैं और इसके चलते कंपनी किसी भी प्रकार से बाध्यकारी नहीं है।

असल में 25 अक्टूबर को सिंगापुर की एक आदलत ने इस विवाद के चलते Amazon के हक़ में अंतरिम आदेश देते हुए Reliance Industries द्वारा Future Retail में $3.4 बिलियन पर अधिग्रहण को फ़िलहाल रोकने के आदेश दिए थे। इसको लेकर Amazon का यह कहना था कि Future Retail से उसके साथ हुए पहले एक समझौते का उल्लंघन करते हुए Reliance के साथ ये डील की है।

लेकिन इसके साथ ही Future Group और मुकेश अंबानी के मालिकाना हक़ वाली Reliance दोनों ने साथ में एक प्रेस रिलीज़ जारी करते हुए यह साफ़ कह दिया था कि यह डील सभी भारतीय क़ानूनों के दायरे में की गई है और इसलिए यह दोनों कंपनियाँ तय समय पर ही इस डील को पूरा करेंगी।

इस बीच ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ RIL ने सभी भारतीय एक्सचेंजों को यह साफ़ कह दिया है कि ऐसे किसी भी आदेश को लागू करने के लिए Amazon की ओर से किए जाने हर प्रयास का उचित विरोध किया जाएगा।

और साथ ही कंपनी ने साफ़ कर दिया है कि वह अपने अधिकारों की रक्षा के लिए उचित कानूनी कार्रवाई करने की भी तैयारी कर रही है।

साथ ही Reuters की एक रिपोर्ट के माने तो Amazon ने अलग से इस विषय पर भारतीय नियामकों में भी शिकायत दर्ज करवाई है। और आरोप लगाया है कि दोनों कंपनियाँ अपने अपने शेयरधारकों को भी गुमराह करने का काम कर रही हैं। साथ ही Amazon ने भारतीय नियामकों से माँग की है कि वह इस डील की समीक्षा कर फ़िलहाल के लिए इसको रोकने का आदेश दें।

लेकिन Reliance ने रविवार की अपनी फाइलिंग में साफ़ तौर पर कह दिया है कि RIL और Future ग्रूप सभों भारतीय नियामकों के क़ानूनों का पालन करते हुए ही इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का काम कर रहें रहें हैं। इस बीच RIL ने भारतीय शेयर बाजारों से आग्रह किया है कि वह अप्रूवल के लिए Reliance के साथ हुए इस सौदे की समीक्षा जारी रखें।

असल में अगस्त में Reliance ने Future Group में $3.4 बिलियन में बहुमत हिस्सेदारी हासिल करने का ऐलान किया था। इस सौदे के अनुसार Reliance Retail Ventures Ltd (RRVL) ने Future Group के रिटेल, होलसेल, लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग व्यवसायों का अधिग्रहण किया था।

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लेकिन दिक्कत यह है कि अगस्त 2019 में Future Group के प्रमोटर Amazon ने Future Coupons में लगभग ₹1500 करोड़ में 49% हिस्सेदारी ख़रीदी थी। इसका मतलब यह है कि मूल कंपनी Future Group का कोई भी व्यवसाय Amazon को अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करता है।

और इसके तहत कथित रूप से Amazon का कहना है कि Future Group इसके प्रतिद्वंदी को हिस्सेदारी नहीं बेच सकता। और इन्हीं शर्तों का हवाला देते हुए Amazon ने RRVL और Future Group की डील में ऐतराज जताया है।

ख़ैर! अब देखना ये है कि रिटेल जगत के दिग्गजों के बीच छिड़ी इस जंग में इन कंपनियों का अगला क़दम क्या होता है?

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