भारत में $10 बिलियन से अधिक वैल्यूएशन वाला डिजिटल पेमेंट दिग्गज, Paytm अब अपने अगले क़दम को लेकर सामने आया है। दरसल कंपनी अब भारत के कुछ सबसे बड़े बैंकों के साथ साझेदारी कर सह-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड लॉंच करने का मन बना रही है।
इस बीच ख़बर यह है कि यह एक तरीक़े से डिजिटल क्रेडिट कार्ड के तौर पर लॉन्च किया जा सकता है जिसमें वन-टच सेवाएँ शामिल होंगी।
दरसल भारत भले ही दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, लेकिन जब बात तकनीकी रूप से एडवांस और कनेक्टेड वित्तीय सेवाओं जैसे क्रेडिट कार्ड आदि की हो तो भारत अभी भी काफ़ी पीछे नज़र आता है।
Research and Markets की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में 2019 में क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं की कुल संख्या 47 मिलियन तक पहुंच गई थी जिसका 2020-2025 के दौरान 25% से अधिक की CAGR से बढ़ने का अनुमान है।
शायद अब देश में क्रेडिट कार्ड की बढ़ती लोकप्रियता और इससे जुड़े प्रोडक्ट की संभावनाओं को देखते हुए ही Paytm ने अब इस क्षेत्र में भी हाथ आज़माने का तय किया है।
बात जब भारत में डेबिट कार्ड के उपयोगकर्ताओं की संख्या की होती है तो ज़ाहिर तौर पर यह आँकड़ा बेहद दिलचस्प है क्योंकि भारत में एक बिलियन से अधिक डेबिट कार्ड हैं, जो विश्व स्तर पर सबसे अधिक हैं। और 2016 में हुए नोटबंदी के फ़ैसले के बाद से देश का डिजिटल भुगतान और डेबिट कार्ड क्षेत्र और भी तेज़ी से आगे बढ़ता नज़र आ रहा है। लेकिन क्रेडिट कार्ड को लेकर अभी भी जोखिम, धोखाधड़ी, और आकस्मिक चूक को लेकर देश के लोग इस पर कम ही भरोसा जाता पा रहें हैं।
लेकिन अब Paytm एक बार फिर से डिजिटल पेमेंट क्षेत्र में लोगों की एक और धारणा को बदलने के इरादे से इस पहल की शुरुआत करने जा रहा है।
माना जा रहा है कि शुरू में Paytm के सह-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड सिक्योरिटी पिन नंबर बदलने, पते को अपडेट करने, नुकसान या धोखाधड़ी की रोकथाम, डुप्लिकेट कार्ड से बचाव और वन-टच जैसी सेवाओं से लैस होंगें। इसके साथ ही उपयोगकर्ताओं को यह भी विकल्प दिया जाएगा की वह कॉन्टैक्टलेस पेमेंट या इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन के लिए कार्ड को स्विच ऑफ करके सावधानी भरे तरीक़ों से इसका इस्तेमाल कर सकें।
और सबसे ख़ास बात जो सामने आई है वह यह कि Paytm का क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं के पैसे की सुरक्षा के लिए धोखाधड़ी लेनदेन के खिलाफ बीमा कवर की भी पेशकश करता नज़र आ सकता है। इतना ही नहीं यह खर्चों का आकलन करने और भविष्य की योजनाएँ बनाने संबंधी सहूलियत भी प्रदान करता नज़र आएगा। इतना ही नहीं Paytm यह भी सुनिश्चित करने का दावा करता है कि आपके इसके इस्तेमाल के दौरान बैंकों की ब्रांच पर जाने या कॉल सपोर्ट की मदद लेने की भी ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
मोटे तौर पर देखें तो Paytm असल में अब क्रेडिट कार्ड के पूरे अनुभव को डिजिटाइज़ करने जा रहा है। जिसमें आवेदन प्रक्रिया से लेकर क्रेडिट कार्ड की ट्रैकिंग तक लगभग सभी तरह की सुविधाएँ शामिल होंगी। इसमें कार्ड जारी करने और डिलीवरी की ऑनलाइन ट्रैकिंग करने के साथ ही दस्तावेजों के संग्रह के लिए ऐप पर सुविधा भी दी जाएगी। इसके साथ ही कंपनी क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन प्रक्रिया को भी सरल बनाने पर विचार कर रही है।
इस बीच आपको बता दें कि Paytm के अनुसार यह सह-ब्रांडेड कार्ड जारी करने के लिए विभिन्न पार्टनर्स के साथ साझेदारी करेगा और अगले 12-18 महीनों में दो मिलियन कार्ड जारी करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है।