इस बात में कोई शक नहीं है कि भारत दुनिया के सबसे बड़े ऑटोमोबाइल बाजारों में से एक है, और शायद कुछ ही सालों में हम ये बात इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर भी कह सकें।
लेकिन एक सच यह भी है कि इलेक्ट्रिक वाहनों की जब भी बात आती है तो देश में ग्राहकों के पास विकल्पों की उतनी अधिक मात्रा दिखाई नहीं देती है। भले Tata Motors जैसे ऑटो दिग्गजों ने सही दिशा में कदम उठाए हैं, लेकिन इलेक्ट्रिक वाहनों की मुख्य धारा की कंपनियों को देश में और भी आगे लाने की ज़रूरत है।
और जब भी इलेक्ट्रिक वाहन मेकर की बात आती है तो भला Tesla को छोड़ कोई और नाम कहाँ दिखाई पड़ता है, लेकिन भारत में अभी भी लोग इसका इंतज़ार ही कर रहें हैं।
पर एक बार फिर से कंपनी के मालिक Elon Musk ने अपने एक Tweet के ज़रिए इस बात की ओर इशारा किया है कि कम्पनी अगले साल तक भारत में अधिकारिक रूप से प्रवेश कर सकती है।
Hey Elon , just thought we'd put this out here. We wait and hang on to hope wrt "hopefully soon" for India Tesla entry. Would love to hear of any progress in this regard. pic.twitter.com/8FNvyqFhIX
— Tesla Club India® (@TeslaClubIN) October 2, 2020
लेकिन आपको इतना ज़रूर बता दें कि अभी भी पुख़्ता रूप से इसके कोई सबूत या बयान नहीं हैं, लेकिन मार्च 2019 में Musk ने Tesla के भारत में प्रवेश को लेकर एक ट्वीट का जवाब देते हुए यह कहा था कि वह भारत में आना पसंद करेंगें और अगर इस साल नहीं तो निश्चित रूप से अगले साल तक।
लेकिन 2020 में ये तो यह नहीं देखने को मिला, और इसका एक स्वाभाविक कारण शायद कोरोनावायरस के बने हालात भी हो सकतें हैं।
लेकिन इसी बीच आपको बता दें Tesla की भारत में आरएंडडी केंद्र स्थापित करने की रिपोर्ट भी हाल ही में सामने आई थी। रिपोर्ट के अनुसार यह अमेरिकी कंपनी कर्नाटक सरकार के साथ बेंगलुरु में आरएंडडी केंद्र शुरू करने को लेकर बातचीत कर रही थी।
दरसल Elon Musk अन्य सभी कम्पनियों की तरह ही भारत का रूख करना चाहते हैं और उनका यह मन काफ़ी सालों से है, लेकिन हमेशा ऐसा कहा जाता रहा है कि Elon Musk भारत की कई नीतियों को लेकर अक्सर अपनी शिकायतें दर्ज करवाते रहें हैं। और यही वजह है कि दुनिया के चौथे सबसे बड़े ऑटोमोबाइल बाजार में अब तक Tesla प्रवेश नहीं की है।
इस बीच मोदी सरकार ने तमाम आलोचनाओं के बाद भी2030 तक पूरी तरह से इलेक्ट्रिक वाहनों पर स्विच करने का लक्ष्य तय किया हुआ है। दरसल सरकार ने प्रस्ताव दिया है कि 31 मार्च, 2025 के बाद बेचे जाने वाले 150cc से नीचे के सभी दोपहिया और 31 मार्च, 2023 के बाद बेचे जाने वाले तिपहिया वाहनों को ऑल-इलेक्ट्रिक किया जाए।
इसके साथ ही भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री को प्रोत्साहित करने के लिए कई अन्य अभियान और नीतियां हैं जैसे कि नेशनल इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन प्लान (NEMMP), जिसका उद्देश्य 2020 तक भारत में 6-7 मिलियन इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों को बेचना है।
इस बीच अब ये माना जा रहा है कि भारत की इन नई नीतियों ने Tesla को भारतीय बाजार पर वापस से विचार करने और देश में प्रवेश करने को लेकर लुभाने लगी हैं। इसी बीच Tesla ने 2019 में आधिकारिक तौर पर शंघाई में अपने गिगाफैक्ट्री 3 का निर्माण पूरा कर लिया है और दिसंबर 2019 में वहां अपने मॉडल 3 की असेंबली शुरू कर दी है। लेकिन वर्तमान हालतों को देखते हुए Tesla अब भारत में बनी संभावनाओं का पूरा लाभ उठाना चाहती है।