आख़िरकार Facebook के संस्थापक और सीईओ Mark Zuckerberg ने हाल ही में हुए Kenosha में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गये 2 लोगों को लेकर दुःख जताते हुए अपनी ग़लती स्वीकार की है।
जी हाँ! दरसल Zuckerberg ने इस प्रदर्शन से पहले Facebook पर एक Militia Group (प्राइवेट आर्मी जैसा अनधिकृत संगठन) द्वारा बनाए गये Page और Event को प्लेटफ़ॉर्म से न हटाने को लेकर माफ़ी माँगी है और कहा है कि यह काफी हद तक एक ऑपरेशनल गलती थी।
दरसल Facebook पर पोस्ट किए गये एक वीडियो में उन्होंने कहा कि इस Page और Event की लिस्टिंग साफ़ तौर पर Facebook की पॉलिसी का उल्लंघन करते हुए सामूहिक हिंसक प्रकृति को दर्शा रहीं थी, और इसके बारे में काफ़ी शिकायतें मिलने के बाद इसे हटा दिया जाना चाहिए था।
आपको बता दें मंगलवार को हुई इस गोलीबारी की घटना के बाद Facebook ने ‘Kenosha Guard’ नामक पेज और ‘Armed Citizens to Protect Our Lives and Property’ नाम से बने एक इवेंट को तुरंत ही हटा दिया था।
दरसल Kenosha में चल रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान गोलीबारी से दो लोगों की मौत हो गई। यह प्रदर्शन इस हफ़्ते की शुरुआत में अश्वेत व्यक्ति पर पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी को लेकर किया जा रहा था।
अपने वीडियो संदेश में Mark Zuckerberg ने कहा;
“शुरुआती शिकायतों और समीक्षाओं में मुख्यतः इस तरह की बातों को नहीं उठाया गया था। लेकिन बाद में जब दूसरी समीक्षा को और अधिक संवेदनशील तरीके से किया गया तो इन्हें खतरनाक संगठनों के रूप में चिन्हित करते हुए नीतियों के उल्लंघन के हवाले से तुरंत इन चीज़ों को हटा दिया गया।”
इस बीच Zuckerberg ने यह भी कहा कि ऐसा कोई सबूत अब तक नहीं है कि जिस पर गोली मारने का आरोप था वह Kenosha Guard पेज पर था। लेकिन अब से कंपनी का कहना है कि वह संभावित खतरनाक संगठनों की पहचान करने के लिए अपनी नीतियों को और भी बेहतर करना जारी रखेगी।