भारत में मैन्युफ़ैक्चरिंग क्षेत्र में ‘Made In India’ जैसी पहल ने एक नया जोश भर दिया है। और ऐसे में ना सिर्फ़ देश के भीतर की कंपनियाँ इसका लाभ उठाना चाहती हैं, बल्कि कई पुरानी और नामी ब्रांड भी इसको एक सुनहरे अवसर की तरह देख रहीं हैं।
और अब इसी कड़ी में शामिल हो गई है Samsung भी, ईटी में प्रकाशित के रिपोर्ट के हिसाब से जो अब देश में ही अपने स्मार्टफोन उत्पादन का एक बड़ा हिस्सा शिफ़्ट करने का मन बना रही है।
रिपोर्ट की मानें तो Samsung वियतनाम और अन्य देशों से अपने उत्पादन को भारत में शिफ़्ट करने की योजना बना रही है और इसके चलते कंपनी ने भारत में 3 लाख करोड़ रुपये के डिवाइसों के उत्पादन को स्थानांतरित करने का मन बनाया है।
दरसल रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि Samsung भारत की PLI (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव) स्कीम के तहत भारत में स्मार्टफोन बनाने के लिए अपनी उत्पादन लाइनों में बदलाव ला सकती है और यह इसकी उत्पादन क्षमता को बढ़ाने का काम करेगा।
आपको बता दें वियतनाम असल में चीन के बाद स्मार्टफोन के लिहाज़ से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है। रिपोर्ट के अनुसार Samsung ने सरकार को अगले पांच सालों में PLI योजना के तहत $40 बिलियन से अधिक मूल्य के स्मार्टफोन बनाने का अनुमान प्रस्तुत किया है। इसमें $200 से अधिक के फैक्टरी मूल्य वाले $25 बिलियन से अधिक के फ़ोन शामिल हो सकते हैं।
इस बीच रिपोर्ट में सरकारी अधिकारियों के हवाले से यह भी कहा गया है कि Samsung के इस कदम से भारत को दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के सस्ते आयात से बचने के तरीके खोजने में आ रही प्रमुख खामियों को दूर करने में मदद मिलेगी।
आपको बता दें कंपनी नोएडा में दुनिया में अपनी सबसे बड़ी मोबाइल फोन निर्माण इकाई पहले से ही चला रही है, जहाँ से वह अन्य बाजारों में भी निर्यात करती है। एक अनुमान के मुताबिक़ Samsung फ़िलहाल वियतनाम में लगभग 50% फोन बनाती है। लेकिन साथ ही कंपनी अब दक्षिण कोरिया में निर्माण कार्य को बंद करने की प्रक्रिया में है, क्योंकि वहाँ श्रम लागत काफ़ी ज़्यादा है। इसके साथ ही कंपनी ब्राजील और इंडोनेशिया में भी निर्माण कार्य संचालित करती है।
लेकिन अगर ऐसा होता है तो कंपनी Apple के साथ उस लिस्ट में शामिल हो जाएगी, जिसमें भारत में फ़ोनों के प्रोडक्शन लाइन को शिफ़्ट करने की दिशा में वैश्विक कंपनियों ने पहल शुरू कर दी है। दरसल वैश्विक स्मार्टफोन निर्यात बाजार लगभग $270 बिलियन का है। और फ़िलहाल मूल्य के हिसाब से इसमें Apple इसमें 38% और Samsung 22% हिस्सेदारी रखता हैं।
आपको याद होगा कि 1 अगस्त को संचार और आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने घोषणा की थी कि Samsung, Foxconn, Wistron और Pegatron सहित 22 कंपनियों ने PLI योजना के तहत अपने आवेदन दायर किए हैं। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बताए जा रहें हैं Apple के टॉप 3 निर्माता, Foxconn, Wistron और Pegatron
बता दें कि भारत में 2019 में स्मार्टफोन का बाजार का साइज़ क़रीब 2 लाख करोड़ रुपये था, और इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन के अनुमानों के अनुसार फैक्टरी मूल्य पर $200 का फोन ब्रांड के आधार पर $300 से अधिक पर बेच जाता है। इस तरह के फोन मूल्य के हिसाब से स्मार्टफोन बाजार 20% और मात्रा के हिसाब से 10% कम है।
लेकिन ज़ाहिर है विदेशी निर्माताओं को अब PLI स्कीम के ज़रिए अधिक से अधिक प्रोत्साहित किया जा रहा है कि वह भारत के मैन्युफ़ैक्चरिंग के अगले गढ़ के रूप में देखें।