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अपनी ई-कॉमर्स इकाई को मज़बूत करने के लिए Reliance कर सकता है Urban Ladder और Milkbasket का अधिग्रहण

अपनी ई-कॉमर्स इकाई को मज़बूत करने के लिए Reliance कर सकता है Urban Ladder और Milkbasket का अधिग्रहण

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यह तो ज़ाहिर हो गया है कि Reliance Industries अपने आप को देश के ई-कॉमर्स क्षेत्र में एक मजबूत दावेदार के रूप में पेश करने का मन बना चुकी है।

और अब इसको लेकर एक और बड़ी ख़बर सामने आ रही है। दरसल ईटी में प्रकाशित ख़बरों की मानें तो Reliance अब ऑनलाइन फर्नीचर ब्रांड Urban Ladder और मिल्क डिलीवरी प्लेटफॉर्म MilkBasket के अधिग्रहण को लेकर बातचीत कर रही है।

इसके पहले यह भी रिपोर्ट सामने आ चुकीं हैं कि मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली Reliance पहले से ही ई-फार्मेसी स्टार्टअप NetMeds और लॉन्जरी रिटेलर Zivame के अधिग्रहण को लेकर बातचीत के दौर में है। और यह सब उस वक़्त जब कंपनी देश की जानी पहचानी ब्रांड Future Retail के साथ डील साइन करने से कुछ ही दूर बतायी जा रही है।

सूत्रों के हवाले से प्रकाशित इस रिपोर्ट की मानें तो Urban Ladder के साथ कंपनी पिछले कुछ महीनों से चर्चा कर रही है और अब यह बातचीत अगले चरण में जा सकती है। वहीं रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि Urban Ladder के साथ Reliance का यह सौदा करीब $30 मिलियन का हो सकता है।

वहीं MilkBasket की बात की जाए तो पहले ही BigBasket और Amazon India जैसी कंपनियों द्वारा इसके अधिग्रहण के प्रयासों की ख़बरें आती रहीं हैं। लेकिन कहते हैं वैल्यूएशन को लेकर इन कंपनियों के साथ इस स्टार्टअप का तालमेल नहीं बन सका।

आपको बता दें इंटरनेट में सामने आई कुछ पिछली रिपोर्ट्स की मानें तो BigBasket ने MilkBasket को ख़रीदने के लिए क़रीब $15 मिलियन की वैल्यूएशन लगाई थी। लेकिन उसी समय बेंगलुरु स्थित BigBasket ने अपनी सदस्यता-आधारित सुबह डिलीवरी वाली सेवा BB Daily को बढ़ावा देने के लिए DailyNinja का अधिग्रहण किया था।

लेकिन वर्तमान हालातों में महामारी को देखते हुए ऑनलाइन ऑर्डरों की संख्या बढ़ गई है और ऐसे में लोग दूध, ब्रेड और अंडे जैसी दैनिक आवश्यकताओं के लिए भी अब ऑनलाइन सेवाओं की ओर रूख करने लगें हैं।

वहीं MilkBasket जैसे खिलाड़ियों जो दैनिक आवश्यकताओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं, उनको कम मार्जिन में ही अपना संचालन करना पड़ता है और ख़ासकर जब बात दूध जैसे उत्पाद की हो।

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पर इतना ज़रूर है कि ये कंपनियाँ अपने ऑर्डर में प्रति डिलीवरी राजस्व बढ़ाने के लिए गैर-दूध उत्पादों को भी बंडल पैकेज में शामिल करने का प्रयास करती हैं ताकि मार्जिन के संदर्भ में अधिक लाभ हासिल हो सके।

आपको बता दें जून में MilkBasket के आँकड़े के अनुसार यह गुड़गांव, नोएडा, द्वारका, गाजियाबाद, हैदराबाद और बेंगलुरु में 100,000 से अधिक घरों में ऐक्टिव तौर पर सेवाए दे रहा है। वहीं JioMart की माने तो कंपनी फ़िलहाल एक दिन में 400,000 से अधिक ऑर्डर का अधिकतम आँकड़ा भी छू चुकी है।

वहीं किराने की तरह ही फर्नीचर की ऑनलाइन बिक्री की माँग भी काफ़ी तेज़ी से बढ़ है और ख़ासकर शहरी क्षेत्रों में। बता दें Urban Ladder, जो अब तक कुल $115 मिलियन का निवेश हासिल कर चुका है, ने Flipkart और FabIndia के साथ भी अधिग्रहण संबंधी कोशिशें की थीं।

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