भले दुनिया भर में कई जगह लॉकडाउन जैसी स्थिति धीरे धीरे ख़त्म हो चुकी है, लेकिन अभी भी ऑफ़िस आदि को पूरी तरह से खोलने को लेकर कम्पनियाँ आश्वस्त नज़र नहीं आ रहीं हैं। और शायद यही वजह है कि वैश्विक तकनीकी दिग्गज़ कंपनी Google ने भी अपने अधिकांश कर्मचारियों को जुलाई, 2021 तक घर से ही काम करने की सहूलियत प्रदान कर दी है।
रिपोर्ट के अनुसार यह फ़ैसला Google के सीईओ सुंदर पिचाई द्वारा कथित रूप से कंपनी के अधिकारियों के साथ की गई एक बैठक के बाद लिया गया है। कर्मचारियों को भेजे एज ईमेल में पिचाई ने लिखा,
“मुझे पता है कि यह फ़ैसला कई मिश्रित भावनाओं के साथ आया है, लेकिन मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि आप अपना ख़्याल रख रहें हैं”
दरसल Google की पहले योजना 6 जुलाई तक ऑफ़िसों को खोलने की थी। लेकिन अमेरिका में कोरोनोवायरस का क़हर फिर से शुरू होने के बाद और दुनिया के अन्य देशों को भी फ़िलहाल इससे जूझता देख Google को 2020 के अंत तक अपनी WFH योजनाओं को आगे बढ़ाना पड़ सकता है।
और इस सिलसिले में फ़िलहाल अब कंपनी ने जुलाई, 2021 तक के लिए यह फ़ैसला ले ही लिया है।
इस बीच Wall Street Journal ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सुंदर पिचाई की इस योजना का अगला विस्तार जगहों के अनुसार भौगोलिक स्थिति को देखते हुए किया जा सकता है।
वहीं Google के एक प्रवक्ता ने कहा:
“कर्मचारियों को आगे की योजना बनाने की क्षमता प्रदान करने के लिए, हम कर्मचारियों को वैश्विक रूप से स्वैच्छिक तौर पर 30 जून, 2020 के बाद भी Work From Home की सहूलियत प्रदान कर रहें हैं।”
आपको बता दें वर्तमान में Google के पास दुनिया भर में लगभग 200,000 कर्मचारी हैं, जिनमें से लगभग सभी इस निर्णय से प्रभावित होंगे, यहाँ तक कि कॉंट्रैक्ट कर्मचारियों से लेकर फूल-टाइम कर्मचारियों तक।
Google के अलावा, ट्विटर, फेसबुक, स्क्वायर, अमेज़ॅन, टेक सहित कुछ सबसे बड़ी कंपनियों ने अपने कार्यकर्ताओं को 2020 के अंत तक घर से काम करने की अनुमति दी है। ट्विटर और फेसबुक ने अपने सभी कर्मचारियों को घर से भी काम करने की अनुमति दी है कोरोनावायरस समाप्त हो जाता है।
आपको बता दें Google के साथ ही साथ Twitter, Facebook, Square, Amazon, Apple जैसी अन्य कंपनियों ने भी अपने कर्मचारियों को 2020 के अंत तक घर से काम करने की सहूलियत प्रदान की है।
आपको बता दें दुनिया भर में हर दिन 3 लाख से अधिक कोरोनोवायरस के नए मामले को देखते हुए ‘वर्क फ़्रोम होम’ की पहल काफ़ी सराहनीय और ज़रूरी है और न चाहते हुए भी वैश्विक कंपनियों को भी इससे जूझना पड़ रहा है।