साइबर जगत से जुड़ी एक और बुरी खबर हाल ही में देखने को मिली। दरसल 2.9 करोड़ से अधिक नौकरी की तलाश करने वाली भारतीयों का व्यक्तिगत डेटा को कथित तौर पर डार्क वेब पर लीक किया गया है।
आपको बता दें द हिन्दू की एक रिपोर्ट्स के अनुसार लीक हुई जनाकरियों में ईमेल, घर का पता, योग्यता, कार्य अनुभव आदि जैसी डिटेल्स शामिल हैं।
इतना बता दें कि अभय तक इस डेटा ब्रीच के सोर्स का पता नहीं लगाया जा सका है। लेकिन साइबर सिक्योरिटी इंटेलिजेंस फर्म Cyble का मानना है कि यह जॉब सर्च एग्रीगेटर वेबसाइटों में से ही कोई एक से हो सकता है। प्राप्त रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि सभी लीक किए गए डेटा को किसी हैकर द्वारा एक हैकिंग फोरम पर 2.3 GB की Ziped फ़ाइल में मुफ्त में उपलब्ध करवाया गया है।
दिलचस्प यह है कि सामनें आयी कुछ रिपोर्ट्स में डेटा ब्रीच से जुड़े कुछ स्क्रीनशॉट भी देखनें को मिलें हैं, जो बताते हैं कि अधिकांश डेटा दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, तमिलनाडु, आदि जगहों से जुड़ा हो सकता है।
दरसल MoneyControl की एक रिपोर्ट को आधार मानें तो साइबर सिक्योरिटी फर्म को एक टिप मिली, जिसमें दावा किया गया था कि डेटा एक असुरक्षित कमजोर सर्च टूल से जेनेरेट हुआ हो सकता है, ऐसा टूल जो हैकर या सोर्स द्वारा बनाएं नियमों के एक सेट के आधार पर कई स्थानों से विभिन्न स्वरूपों में डेटा को इक्कठा करता है।
इस बीच Cyble के संस्थापक बीनू अरोड़ा ने द हिंदू को बताया;
“हम पुख्ता तौर पर नहीं कह सकते कि लीक कैसा हुआ। एक ज्ञात अपराधी है जिसने अभी इसे हटाने का फैसला किया है। लीक के मामले में इसमें करीब 2,000 आधार कार्ड भी शामिल हैं। इसमें बड़ी संख्या में आईडी कार्ड, मोबाइल में खींची तस्वीरें, स्कैन डॉक्यूमेंट आदि भी शामिल होने की खबर है।”
दरसल खबरों के मुताबिक कथित तौर पर जिसने इस लीक को अंजाम दिया है, उसने बाद में 19 मई को मध्य प्रदेश के 18 लाख निवासियों की डिटेल्स मुफ्त कर दी थीं।