हम सब जानतें हैं आर्थिक हालातों के चलते कई कंपनियां अपने कर्मचारियों की छटनी कर रहीं हैं, जिनमें से एक Uber भी है, जिसने हाल ही में ही दुनिया भर से कुछ कर्मचारियों की छटनी का ऐलान किया था।
और अब Uber ने आज बताया है कि कंपनी यह भारत में करीब 600 कर्मचारियों को निकालनें जा रही है। आपको बता दें यह संख्या देश में Uber के कुल कार्यबल का लगभग 25% हिस्सा है। दरसल यह छटनी कंपनी द्वारा दुनिया भर में की जा रही 6700 छटनी का एक हिस्सा है, जिसे कंपनी ने पिछले महीनें ही घोषित किया था।
दिलचस्प यह है कि अमेरिका के बाद भारत ही Uber के लिए दूसरा सबसे बड़ा बाजार रहा है। इस छटनी का भी स्वभाविक सा कारण है, राजस्व में आई गिरावट, जिसके लिए कोरोना वायरस महामारी की वजह से पैदा हुए नए हालात जिम्मेदार हैं।
इस बीच Uber India और एशिया के अध्यक्ष प्रदीप परमेस्वरन ने एक बयान में कहा,
“COVID-19 का प्रभाव और इससे आर्थिक रिकवरी की अनिश्चितता को देखते हुए Uber India के पास अपनी कर्मचारी संख्या को कम करने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं बचा है। ड्राइवर और राइडर सपोर्ट के साथ साथ अन्य कार्यों से जुडें लगभग 600 फुल टाइम जॉब इससे प्रभावित होंगी। ये छटनी इस महीनें के शुरुआत में हुयी वैश्विक नौकरी में कटौती का ही हिस्सा है।”
आपको बता दें यह छटनी सबसे अधिक ड्राइवर और ग्राहक सपोर्ट से जुडें कर्मचारियों को प्रभावित करेगी, क्योंकि जाहिर है फ़िलहाल संचालन की मात्र बहुत कम होने के कारण कंपनी को इतने कमर्चारियों की जरूरत नजर नहीं आ रहीं। हालाँकि Uber अपनी अपनी तकनीकी या मध्यम नेतृत्व के पदों में से किसी प्रकार की छटनी अभी नहीं करने जा रहा है।
बता दें इससे प्रभावित प्रत्येक कर्मचारी को अगले छह महीनों के लिए न्यूनतम 10 सप्ताह का भुगतान, चिकित्सा बीमा कवरेज और विस्थापन सहायता मिलेगी। साथ ही साथ कर्मचारियों को अपने लैपटॉप को रखने की अनुमति दी जाएगी और Uber टैलेंट डायरेक्टरी में भी उन्हें शामिल होने का विकल्प दिया जाएगा।
असल में Uber से पहले Ola ने भी देश में कर्मचारियों की छटनी का ऐलान किया था। Ola ने अपने सभी व्यावसायिक विभागों से करीब 1400 कर्मचारियों को निकालने का ऐलान किया है। Uber के तरह ही Ola ने भी प्रभावित संचालन और राजस्व को वजह बताई।
इतना ही नहीं बल्कि पिछले हफ्ते ही Uber ने अतिरिक्त रूप से 3000 छटनी और करने का ऐलान भी किया था, जिससे कुल संख्या 6700 जा पहुंची थी। यह संख्या कंपनी के वैश्विक रूप से 25% कार्यबल को दर्शाती है।
जाहिर है कोरोनवायरस के प्रकोप के बीच कैब सेवाओं में बुकिंग में 80% तक की भारी गिरावट देखनें को मिली है। जिसकी वजह से Uber को अपने 45 ऑफिस भी बंद करने पड़े थे।