संपादक, न्यूज़NORTH
ग्राहक आधार के पैमाने पर देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी Reliance Jio एक बार फिर से ख़बरों में हैं। और इस बार ख़बरों का कारण Reliance Jio की वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही (Q4) की राजस्व रिपोर्ट।
खास यह है कि हाल ही में Facebook से हुई एक डील में $5.7 बिलियन का निवेश हासिल करने वाली इस कंपनी ने 2019-20 के Q4 में राजस्व और ग्राहक संख्या दोनों में 27% की वृद्धि दर्ज की है।
जी हाँ! एक तरफ जहाँ कंपनी का परिचालन राजस्व 14,835 करोड़ रूपये (~$2 बिलियन) रहा, वहीँ कंपनी का ग्राहक आधार 388 मिलियन हो गया। दिलचस्प यह है कि दोनों संख्याओं में लगभग 27% वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि दर्ज कि गई है।
आपको बता दें इस तिमाही में कंपनी की शुद्ध आय 2,331 करोड़ रूपये (~$310 मिलियन) रही और इसके साथ ही प्रति उपयोगकर्ता औसत आय 130.6 रूपये (~ $1.74) रही।
गौर करने वाला आँकड़े यह भी हैं कि 11.3GB प्रति माह प्रति उपयोगकर्ता औसत डेटा खपत व हर महीनें प्रति उपयोगकर्ता 771 मिनट की औसत वॉयस कॉल खपत के साथ कंपनी ने ग्राहकों के साथ अपने जुड़ावको भी मजबूत किया है।
इसके साथ ही Jio के सब्सक्राइबर के नेटवर्क छोड़ जाने का रेट भी 0.57% रहा जो विश्व स्तर पर दूरसंचार कंपनियों में सबसे कम में से एक कहा जा सकता है।
Jio के यह आँकड़े इसलिए भी काफी खास बन जाते हैं क्योंकि कंपनी को लॉन्च हुए अभी आधे दशक यानि 5 साल से भी कम समय हुआ है और इतने कम समय में यह भारत ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनियों में गिनी जाने लगी है।
इतने कम समय में ही कंपनी ग्राहक आधार के पैमाने पर भारत की सबसे बड़ी और मोबाइल डेटा सेवा प्रदाता के पैमाने पर दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बन चुकी है। इतना ही नहीं बल्कि Jio ने ही भारत की डेटा दरों को दुनिया में सबसे निचले स्तर पर रखने में बेहद अहम भूमिका निभाई है। आपको बता दें कभी भारत की डेटा दरें वैश्विक स्तर पर सबसे महंगी हुआ करती थीं।
और कहीं न कहीं यही सब आँकड़े कारण बने कि Facebook द्वारा हाल ही में Jio में $5.7 बिलियन का भारी निवेश किया गया। इस निवेश के वक़्त Jio की वैल्यूएशन को $64 बिलियन आँका गया और तभी Facebook को अपने निवेश के जरिये कंपनी में 9.99% की हिस्सेदारी हासिल हो सकी।
इस प्राप्त निवेश में से Reliance Jio में प्लेटफार्म के विकास आदि के लिए 14,976 करोड़ रूपये (~ $2 बिलियन) खर्च किये जायेंगें, वहीँ कंपनी की मूल इकाई Reliance Industries इसमें 28,598 करोड़ रूपये (~ $3.7 बिलियन) के OCPS को भुनाएगी। इससे RIL को अपने एक बड़े कर्ज को चुकता करने में मदद मिलेगी।
इस बीच Reliance Industries के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा,
“Jio दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल कंपनियों में से एक Facebook के साथ अपनी साझेदारी के जरिये अब विकास के अगले चरण में प्रवेश करेगी। हम मनोरंजन, वित्तीय सेवा, संचार, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों से जुड़ी दुनिया की सर्वश्रेष्ठ तकनीकी क्षमताओं के लिए डिजिटल तकनीक आधारित प्लेटफार्म बनकर भारत में एक सही मायने में डिजिटल परिवर्तन को लाने का प्रयास करेगें।”
वैसे Facebook-Jio की हाल ही में हुई डील का असर भी दिखने लगा है। हाल ही में ही Reliance Jio की ऑनलाइन रिटेल इकाई JioMart ने WhatsApp पर अधिकारिक रूप से अपनी सेवाओं को शुरू किया था।
और इसको सिर्फ एक छोटी सी शुरुआत के रूप में देखना चाहिए, क्योंकि इसके अलावा अब WhatsApp द्वारा भी भारत में “क्रेडिट/लोन” सेवाओं को शामिल करने जैसी पहल भी देखी जाने लगीं हैं।
इस मुकाम तक आने के लिए Jio द्वारा अपने ग्राहक आधार को मजबूत कर, राष्ट्रव्यापी फाइबर केबल नेटवर्क आदि जैसे तमाम प्रयासों को भी पूरा क्रेडिट देना चाहिए। कंपनी ने हाल ही में अपने व्यापारी ग्राहकों के लिए Microsoft के खास प्रोडक्ट्स की पेशकश करने के लिए इस विशाल दिग्गज कंपनी के साथ साझेदारी भी की है।