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Tesla की इंजीनियरिंग टीम ने दिखाई कंपनी द्वारा बनाये जा रहे ‘वेंटिलेटर’ की पहली झलक

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आपको याद होगा बढ़ते कोरोना वायरस (COVID-19) के प्रकोप के चलते हाल ही में Tesla के संस्थापक और सीईओ Elon Musk ने जरूरत पड़ने पर कंपनी की फैक्ट्री में वेंटिलेटर बनाने की बात कही थी।

और अब अपनी बात को सही साबित करते हुए Elon Musk ने कुछ ही हफ़्तों पहले इस आपातकाल जैसी स्थिति में स्वास्थ्य प्रणाली में अपना सहयोग देते हुए प्रोटोटाइप वेंटिलेटर डिजाइन पर काम करने के लिए Tesla की इंजीनियरिंग टीम को निर्देश दे दिए थे। और लगता है कि इस दिशा में कंपनी ने अपने शुरुआत प्रयासों के चलते मिली सफलता को उजागर भी किया है।

जी हाँ! दरसल Tesla के आधिकारिक YouTube चैनल पर डाले गए वीडियो में कंपनी के इंजीनियरिंग विभाग द्वारा अब तक वेंटिलेटर डिजाइन को लेकर हुई प्रगति को दर्शाया गया है। इस पूरे वीडियो में स्पष्ट रूप से नजर आता है कि Tesla इस वेंटिलेटर को बनाने में अपने उपलब्ध पार्ट्स का ही व्यापक इस्तेमाल कर रही है।

असल में इस विडियो में इंजीनियरिंग टीम द्वारा कई बार स्वयं यह बताया भी जा रहा है कि इस वेंटिलेटर को बनाने के लिए वह Tesla के उपलब्ध स्टॉक का उपयोग कर रहे हैं।

आपको बता दें Elon Musk द्वारा अधिकारिक पुष्टि के लगभग दो हफ्ते बाद ही यह वीडियो सामने आया है, और साफ़ दिख रहा है कि उनकी कंपनी ने वेंटिलेटर पर काम करने के लिए Tesla के न्यूयॉर्क स्थित फैक्ट्री को फिर से खोल दिया है।

इस विडियो में सबसे पहले एक इंजीनियर इस प्रोटोटाइप वेंटिलेटर के Pneumatic ढांचे रूप संरचना को दर्शाता नज़र आता है। इस बीच विडियो में दिखाए गयी ढांचे रूप संरचना को ‘V6.3’ के टैग के साथ देखा जा रहा है, जिससे यह अनुमान लगाये जा रहें हैं कि Tesla की यह टीम वेंटिलेटर को लेकर कई पुनरावृत्तियों पर काम कर रही है, और साथ ही टीम ने केवल तभी इसका वीडियो डालने का फैसला किया है जब कोई मॉडल कम से कम प्रोटोटाइप चरण तक पहुँच जाए। वहीँ इस संरचना में यह भी स्पष्ट नज़र आ रहा है कि वेंटिलेटर बनाने के लिए Tesla के ही व्यापक पार्ट्स का इस्तेमाल हो रहा है, आप भी देखिये;

वहीँ आगे इस विडियो में एक दूसरे इंजीनियर ने यह दिखाया कि वास्तविक प्रोटोटाइप कैसे काम करेगा। दरसल यह डेमो प्रोटोटाइप एक बुनियादी कार्यप्रणाली इकाई है, जो अस्पताल की ऑक्सीजन आपूर्ति से जुड़ती है और रोगी को ताज़ा ऑक्सीजन प्रदान करती है।

इसके साथ ही, एक ‘एक्सहेलिंग यूनिट’ के जरिये मरीज के फेफड़ों द्वारा निकली कार्बन डाइऑक्साइड को ले जाकर इसे एक वाल्व के माध्यम से अस्पताल के एयर सिस्टम तक पास किया जाता है, जिसमें सेंसर जोड़े गये हैं।

दिलचस्प यह रहा कि इस विडियो में इंजीनियरों की टीम में से एक ने कहा;

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“अभी भी काफी काम करना बाकी है और हम अपनी पूरी कोशिशें कर रहें हैं।”

दरसल अमेरिकी सरकार ने भी Tesla सहित सभी वाहन निर्माताओं से अपील की थी कि वे वेंटिलेटर का उत्पादन शुरू करें क्योंकि अमेरिका में कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या खतरनाक रूप से बढ़ रही है।

इस बीच आँकड़ों की बात करें तो John Hopkins के हवाले से सामने आये ताज़ा आंकड़े दर्शाते हैं कि अमेरिका में इस वायरस से 337,637 लोग संक्रमित हुए हैं, जो वैश्विक स्तर पर 1.2 मिलियन संक्रमणों के मामलों में कुल करीब 25% है।

वहीँ दुखद रूप से देश में महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण और आपूर्ति में कमी के चलते अब तक इस संक्रमण से कुल 9,647 लोगों की मौत हो चुकी है। दरसल अचानक अमेरिकी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में तेजी से बढ़े मामलों के कारण एक भारी तनाव देखा जा रहा है, और सरकार के लिए भी अब इन बढ़ते मामलों से जूझना थोड़ा मुश्किल होता नज़र आ रहा है।

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