अमेरिका में आगामी राष्ट्रपति चुनावों को लेकर उम्मीदवारों ने कमर कस ली है। लेकिन जैसा कि बीते कुछ सालों में देखने को मिलता है कि चुनावों के पास आते ही उम्मीदवारों द्वारा सोशल मीडिया में काफी आक्रामक पोस्ट और विज्ञापनों के जरिये कैंपेन की कोशिशें की जाती हैं।
ऐसे में कई बार उम्मीदवार जनता को प्रभावित करने के लिए ‘भ्रामक तथ्य’ या ‘गलत जानकारियों और आँकड़ो’ का इस्तेमाल भी करते नज़र आते हैं। इसके कई उदाहरण पिछले अमेरिकी चुनावों के साथ ही साथ बीते कुछ भारतीय चुनावों में भी देखने को मिलते रहें हैं।
ऐसे में एक ओर जहाँ Facebook तमाम आलोचनाओं के बाद भी इन राजनीतिक कंटेंट को लेकर लचर दिखाई देता है, वहीँ इसके विपरीत माइक्रो ब्लोगिंग प्लेटफ़ॉर्म Twitter बीते कुछ समय से राजनीतिक कंटेंट को लेकर काफी सजग रहा है और यहाँ तक कि कंपनी ने अपने प्लेटफ़ॉर्म पर राजनैतिक विज्ञापनों में भी प्रतिबन्ध लगाया हुआ है।
और अब इसी श्रृंखला में Twitter ने एक बार फ़िर से इस दिशा में अपनी गंभीरता जाहिर करते हुए अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति और आगामी चुनावों के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा री-ट्वीट किए गए एक पोस्ट को “भ्रामक मीडिया”(manipulated media) के रूप में चिन्हित किया है।
आपको बता दें दरसल यह मूल ट्वीट एक वीडियो था, जिसमें यह दिखाने की कोशिश की गई कि आगामी चुनावों के लिए डेमोक्रेट के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार Joe Biden गलती से चुनावों को लेकर ट्रम्प का समर्थन करते नज़र आए। इस वीडियो को मूल रूप से व्हाइट हाउस के सोशल मीडिया निदेशक Dan Scaring ने ट्वीट किया था, जिसको बाद में ट्रम्प द्वारा री-ट्वीट किया गया।
दिलचस्प यह है कि “manipulated media” टैग वाला यह Twitter पर पहला ट्विट पोस्ट बन गया है।
दरसल इस भ्रामक विडियो में डेमोक्रेट के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार, Joe Biden द्वारा Kansas City में दिए गये भाषण के फुटेज का इस्तेमाल किया गया था। इस वीडियो को ऐसे बनाया गया था, जिसमें ऐसे दिखाई दे रहा था कि Joe Biden ने “मुझे माफ़ करें” कहते हुए राष्ट्रपति ट्रम्प को वापस चुनने की अपील की हो। और साथ ही उन्होंने इस विडियो के अनुसार कहा, हम केवल डोनाल्ड ट्रम्प को ही फिर से चुन सकते हैं।
हालाँकि इस पोस्ट के बाद से ही रविवार शाम तक इस ट्वीट को 5.2 मिलियन बार देखा गया था। इस बीच उसी समय दर्शकों को इस विडियो में “manipulated media” का टैग भी दिखाई देने लगा।
खास यह है कि एक रिपोर्ट के अनुसार Biden के कैंपेन मैनेजर Greg Schultz ने इस भ्रामक कंटेंट को लेकर Facebook द्वारा इसके खिलाफ़ कोई भी ऐसा कदम न उठाने का ख़ुलासा किया और इसकी निंदा भी की। साथ ही उन्होनें Facebook को झूठी जानकारी फ़ैलाने वाले एक प्लेटफ़ॉर्म का क़रार देते हुए कंपनी को एक “राष्ट्रीय संकट” बताया।
उन्होंने कहा कि Facebook आज के समय झूठ फ़ैलाने वाला सबसे बड़ा प्लेटफ़ॉर्म बन चुका है। और ऐसे बर्ताव के लिए कंपनी पर कार्यवाई होनी चाहिए।
वहीँ Twitter इस बीच “भ्रामक कंटेंट” जैसे फ़ेंक फ़ोटो, वीडियो और अन्य मीडिया पर प्रतिबंध लगाते हुए 5 मार्च से इसको लागू भी कर चुका है।
आपको बता दें पिछले ही महीने तक प्लेटफ़ॉर्म ने ऐसे सभी कंटेंट को हटाने की बात कही थी। दरसल “manipulated media” टैग का मलतब है कि प्रदर्शित किया जा रहा कंटेंट भ्रामक तथ्यों पर आधारित है, जिसको सिंथेटिक और जोड़-तोड़ रूप से तैयार किया गया है, और यह “यह सार्वजनिक सुरक्षा को प्रभावित कर गंभीर नुकसान का कारण बनने की संभावना” रखता है।
आपको बता दें Twitter ऐसे भ्रामक कंटेंट का निर्धारण ट्वीट के मेटा-डेटा, उसके संदर्भ और ट्विटर उपयोगकर्ता की सार्वजनिक जानकारी की जांच करके करता है और देखता है कि ट्वीट कहीं उसकी अपनी नीतियों का तो उल्लंघन नहीं करता है।
वैसे इतना जरुर है कि Twitter ने भी सालों की आलोचनाओं के बाद इन नीतियों को लागू किया है, लेकिन लगता है Facebook का फ़िलहाल ऐसा कुछ करने का कोई इरादा नहीं है।