अभी कुछ ही दिन पहले Zomato ने अपने मौजूदा निवेशक Ant Financials से $3 बिलियन की वैल्यूएशन पर $150 मिलियन की फंडिंग हासिल की थी।
और अब उसके कुछ ही दिनों बाद ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म, Zomato ने काफी समय से चल रही अटकलों को सच साबित कर दिया है। जी हाँ! दरसल Zomato ने UberEats को ऑल-स्टॉक डील के तहत अधिग्रहित करने का ऐलान कर दिया है।
हालाँकि हम आपको बता दें, दोनों कंपनियों की ओर से अधिकारिक तौर पर डील की राशि का ख़ुलासा नहीं किया गया है। लेकिन कई रिपोर्ट्स यह साफ़ जाहिर करती हैं कि यह डील लगभग $350 मिलियन की रही।
जी हाँ! इन रिपोर्ट्स के मुताबिक इस ऑल-स्टॉक ट्रांजैक्शन के साथ, अमेरिकी राइड-हाइलिंग दिग्गज, Uber अब Zomato में लगभग 10% की हिस्सेदार बन गई है।
दिलचस्प यह है कि UberEats का संचालन अब बंद कर दिया जाएगा और इसके उपयोगकर्ताओं को Zomato के ऐप पर री-डायरेक्ट किया जाएगा।
वहीँ अब Zomato और UberEats India साथ में भारतीय बाज़ार में करीब 50-55% तक की हिस्सेदारी रखते नज़र आयेंगें और इससे Zomato मोटे तौर पर Swiggy से बढ़त हासिल करने में सफ़ल हो पायेगा।
गौर करने वाली एक बात यह भी है कि Zomato भारत में UberEats की टीम का अधिग्रहण नहीं कर रहा है, जिसका साफ़ सा मलतब है कि UberEats के करीब 100 अधिकारियों को या तो Uber अपने ही किसी अन्य वर्टीकल में नौकरी दे सकता है या फ़िर कंपनी इनको निकालने का भी ऐलान कर सकती है।
वहीँ UberEats के इस अधिग्रहण के बाद अब भारतीय ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी क्षेत्र में मोटे तौर पर सिर्फ़ दो ख़िलाड़ी ही नज़र आयेंगें, Zomato और Swiggy.
हमनें आपको इस अधिकारिक ऐलान के पहले ही बताया था कि Zomato करीब $400 मिलियन की वैल्यूएशन पर UberEats को ख़रीदने का ऐलान कर सकता है। इसके साथ ही Uber भी Zomato में करीब $150-200 मिलियन का निवेश करेगा।
Uber ने भारत में 2017 में UberEats फूड डिलीवरी सेवा की शुरुआत की थी, जिसे Swiggy और Zomato के एक बड़े प्रतिद्वंदी के रूप में देखा गया था।
हालांकि धीरे धीरे यह साफ़ हो गया कि भारत में UberEats को अपने पैर ज़माने में काफी संघर्ष करना पड़ेगा।
और Uber को इसके चलते भारत में प्रति माह $20 मिलियन की राशि खर्च करनी पड़ रही थी, और शायद इसलिए Uber ने अपने इस बिज़नेस वर्टीकल को बेचने का फ़ैसला किया।