दुनिया की सबसे बड़ी रिटेलर कंपनी Walmart भारतीय बाजार में संघर्ष करती नज़र आ रही है। जहाँ कंपनी ने एक ओर $16 बिलियन में Flipkart का अधिग्रहण करके पैसा पानी की तरह बहाया, वहीँ दूसरी तरफ कंपनी का मुख्य ब्रांडेड व्यवसाय Walmart भारत में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहा है।
और शायद अब इन्हीं कारणों के चलते कंपनी ने फ़िलहाल देश में अपनी विस्तार योजनाओं पर ब्रेक लगा दिया है, और खबर यह है कि कंपनी भारत में अपने शीर्ष अधिकारियों में से एक तिहाई को बाहर का रास्ता भी दिखा सकती है।
ET की एक रिपोर्ट के मुताबिक Walmart ने शुक्रवार को टाउनहाल में सोर्सिंग, एग्री-बिजनेस और फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) डिवीजनों में उपाध्यक्षों सहित 100 से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों को कंपनी से निकाल दिया है।
बता दें पिछले साल अप्रैल में Walmart ने कहा था कि कंपनी भारत में अपने थोक बिज़नेस का विस्तार करने की योजना बना रही है। इसके तहत कंपनी की योजना किराना स्टोरों को सामान सप्लाई करते हुए, अगले चार सालों में थोक आउटलेट की संख्या को दोगुना करने की थी।
लेकिन अब नई रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी ने फ़िलहाल अपनी इस योजना पर भी विराम लगा दिया है, लेकिन इतना जरुर है कि कंपनी ने लोकल डेली के जरिये इन अटकलों पर बोलते हुए इन्हें निराधार और ग़लत बताया है।
साथ ही The Tech Portal को भेजे गए एक बयान में Walmart India के प्रेसिडेंट और सीईओ कृष अय्यर ने भारतीय बाज़ार में कंपनी के प्रसार को लेकर Walmart की ‘प्रतिबद्धता’ पर जोर दिया है।
उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी ने 6 नए Best Price मॉडर्न होलसेल स्टोर और 1 Fulfilment Center खोले हैं और 2019 में कंपनी की बिक्री में भी 22% की बढ़त दर्ज की गई है। इसके साथ ही अय्यर ने कहा कि पार्टनर स्टोर्स में भी कंपनी ने टेक्नोलॉजी को लेकर कुछ अहम निवेश किये हैं।
वहीँ मौजूदा छंटनी को लेकर अय्यर ने कहा,
“हम अधिक कुशलता से काम करने के तरीकों की भी तलाश कर रहे हैं, जिससे हमें अपने कॉर्पोरेट ढांचे की समीक्षा करते हुए यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि हम सही तरीके से संगठित रहें।”
“इस समीक्षा के ही हिस्से के रूप में हमनें अपने 56 सहयोगियों को विभिन्न कॉर्पोरेट कार्यालय से बाहर का रास्ता दिखाया। इसके साथ ही हमनें 56 प्रभावित सहयोगियों (8 सीनियर मैनेजमेंट में और 48 मध्य/लोअर मैनेजमेंट लेवल में) को कंपनी छोड़ते वक़्त उचित लाभ और विस्थापन सेवाओं की भी पेशकश की है। लेकिन अप्रैल में छंटनी के दूसरे दौर की अटकलें पूरी तरह से आधारहीन और गलत है।”
इस बीच आपको बता दें रिपोर्ट्स में कथित रूप से Walmart द्वारा किसी भी नए स्टोर को खोलने से रोक के साथ ही साथ मुंबई स्थित देश के अपने सबसे बड़े वेयरहाउस को बंद करने की भी बात सामने आई है।
वहीँ ऐसी अटकलें भी हैं कि कंपनी भारत में अपने फिजिकल बिज़नेस को बंद करके अपने अन्य व्यवसाय को 2018 में $16 बिलियन में ख़रीदे गये Flipkart के साथ मर्ज कर सकती है।
मार्च 2019 तक Walmart India को अपने Best Price स्टोर्स की वजह से 2,180.8 करोड़ रूपये ( करीब $311 मिलियन) का नुकसान हुआ था। साथ ही पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने 4,095 करोड़ रूपये के राजस्व के साथ 171.6 करोड़ रूपये का नुकसान दर्ज किया था।
बता दें हमनें इस संदर्भ में Walmart से कुछ प्रश्न किये हैं और जवाब मिलने पर हम आपको तुरंत ही अपडेट करेंगें।