ऑनलाइन क्लासिफाइड विज्ञापन प्लेटफॉर्म Quikr India के लिए साल 2019 काफी बेहतर साबित हुआ। कंपनी ने वित्त वर्ष 2019 में कुल कमाई में 48% तक की बढ़त दर्ज करते हुए 201.5 करोड़ रूपये के आँकड़े को छुआ।
इसके साथ ही दिलचस्प यह भी रहा कि कंपनी के घाटों में कमी दर्ज करते हुए आँकड़ा 228.8 करोड़ रूपये तक सिमट गया।
नियामक निकाय में दायर दस्तावेजों के जरिये यह सामने आया है कि कंपनी ने इस साल ऑपरेशनल कमाई के रूप में 191 करोड़ रूपये का राजस्व कमाया, जो पिछले साल के मुकाबले करीब 75% अधिक रहा। इसके साथ ही इस वित्त वर्ष के अंत तक में कंपनी में शेष नकद 87 करोड़ रूपये रहा है।
एक जवाबी ईमेल में Quikr India कहा है कि
“Ind AS 115 की नई आवश्यकता के अनुसार, हमें राजस्व से ग्राहकों को दिए जाने वाले प्रोत्साहन और अन्य मुआवजे को हटाना होगा और इसलिए हमने वित्त वर्ष 2017-18 के नए आँकड़ो को पेश करने के साथ ही साथ इस नए आधार पर वित्त वर्ष 2018-19 के भी आँकड़े पेश किये हैं।”
आपको बता दें साल 2008 में, बैंगलोर स्थित Quikr ने एक विज्ञापन-आधारित लिस्टिंग मॉडल के रूप में अपना संचालन प्रारंभ किया था। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में कंपनी एक पूर्ण-स्टैक लेन-देन-आधारित व्यवसाय में बदल गई है।
वही आपको यह भी बता दें कि हाल ही में कंपनी ने अपने कुल कर्मचारियों में से लगभग 30% को निकाल दिया था।
जैसा कि कंपनी के पास अब तक भारत भर में करीब 3,000 कर्मचारियों का संख्या बल था, लेकिन अब इस निकासी के बाद कंपनी ने करीब 900 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
साथ ही कंपनी ने AtHomeDiva द्वारा दी जाने वाली सेवाओं को बंद करने की भी पुष्टि की है, क्योंकि कंपनी को इसमें निवेश के बाद किसी लाभ की उम्मीद नहीं दिख रही थी।
प्रणय चुलेट द्वारा स्थापित Quikr ने कार, बाइक, नौकरी, Quikr Realty और Quikr Homes जैसे अन्य वर्टीकल में भी अपनी मौजूदगी दर्ज करवाई है।
साथ ही कंपनी करीब 20 मिलियन मासिक यूनिक विसिटर्स होने का दावा करती है और फ़िलहाल यह भारत में लगभग 1,200 शहरों में अपनी सेवाएं दे रही है।