ऑनलाइन कैब सेवा प्रदाता Ola के मालिकाना हक़ वाली फ़ूड डिलीवरी कंपनी Foodpanda ने वित्त वर्ष 2019 में 756.42 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया है।
जी हाँ! यह नुकसान पिछले वित्त वर्ष कंपनी को हुए नुकसान की तुलना में कहीं अधिक है। आपको बता दें Foodpanda का संचालन करने वाली कंपनी Pisces Eservices ने वित्त वर्ष 2017-18 में 227.95 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया था।
बता दें कि यह सभी आँकड़े कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के साथ दायर किए गए दस्तावेज़ के आधार पर दिए जा रहें हैं, जिसका ख़ुलासा Tofler ने किया।
इस बीच दिलचस्प रूप से ऑपरेशनल और अन्य आय श्रोतों के जरिये राजस्व में इस वित्त वर्ष 2019 में 12.2% की बढौतरी दर्ज करते हुए यह आँकड़ा 81.77 करोड़ रुपये रहा। आपको बता दें पिछले वित्त वर्ष यह आँकड़ा 72.84 करोड़ रुपये था।
इस बीच फूडपांडा ने कहा,
“ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग मार्केट एक बहुत बड़ा बाज़ार है, जिसके चलते यह प्रसार के पर्याप्त अवसर प्रदान करता है। हम ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग और प्रोसेसिंग मार्केट में शुरुआती खिलाड़ी हैं। और फ़िलहाल बाजार की गतिशीलता, राजस्व और लाभ कमाने की रणनीति को लेकर तेजी से काम कर रहें हैं।”
इस बीच Foodpanda ने यह भी कहा है कि टेक्नोलॉजी, लॉजिस्टिक और ब्रांड में निवेश को लेकर कंपनी सकारात्कम रुख के साथ आगे बढ़ती रहेगी।
कंपनी के अनुसार,
”डेटा साइंस द्वारा संचालित उपभोक्ता की जरूरतों के बारे में हमारी समझ हमें कस्टमर एक्सपीरियंस के मामले में अन्य प्रतिद्वंदियों से आगे रखती है।”
इस बीच कंपनी ने कहा कि वह कारोबार के बारे में आशावादी बनी हुई है और आने वाले सालों में राजस्व में वृद्धि के साथ बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद करती है।
इस बीच Tofler की सीईओ आंचल अग्रवाल ने कहा कि Foodpanda की 82 करोड़ रुपये के राजस्व के लिए 756 करोड़ रुपये की खर्च दर भारतीय स्टार्टअप्स में सबसे अधिक है।
इसके साथ ही अग्रवाल ने Foodpanda के क्लाउड किचन संबंधी प्रयासों को भी बेहतर दिशा में उठाया जा सकने वाला कदम बताया, जो कम खर्चे के साथ कंपनी को अधिक राजस्व कमाने में मदद कर सकता है।