संपादक, न्यूज़NORTH
लगभग 6 साल पहले जर्मनी में एक इंटरसिटी बस एग्रीगेटर के रूप में अपनी शुरुआत करने वाला Flixbus अब भारत में भी अपना आगाज़ करने जा रहा है।
जी हाँ! रिपोर्टों के अनुसार कंपनी भारत में अपनी शुरुआत करने के लिए पूरी तरह तैयार है। इतना ही नहीं, बल्कि कंपनी ने भारतीय बाजार के संचालन के लिए अधिकारियों की नियुक्ति का काम भी शुरू कर दिया है।
आपको बता दें Flixbus की स्थापना 2013 में Daniel Krauss, André Schwämmlein और Jochen Engert द्वारा की गई थी। साथ ही इसका वर्किंग मॉडल Uber से काफ़ी हद तक मिलता-जुलता है। यह न तो बसों का मालिक होता है और न ही ड्राइवरों की नियुक्ति करता है।
इसके बजाए यह कंपनी ऑपरेशनल पहलुओं जैसे शेड्यूलिंग, टिकटिंग, ग्राहक सेवा और नेटवर्क इत्यादि को नियंत्रित करने पर अपना ध्यान केन्द्रित करती है।
असल में Flixbus ऐसे बाजार में प्रवेश करता नज़र आएगा जहाँ पहले से ही MakeMyTrip (RedBus), Paytm, Abhibus जैसे बड़े ख़िलाड़ी मौजूद हैं।
और इसी के साथ ही यह भी देखना दिलचस्प हो जाता है कि कंपनी ऐसे बाज़ार में इतने बड़े प्रतिद्वंदियों के बीच अपनी ज़मीन कैसे तलाशती है।
इस बीच आपको बता दें कंपनी यूरोप और अमेरिका जैसे देशों सहित अपनी अंतरराष्ट्रीय टीमों के रूप में 1,200 से अधिक कर्मचारियों के होने का दावा करती है।
वहीँ कंपनी की कमाई मुख्यतः शेयरिंग मॉडल पर काम करती है, जिसके तहत कंपनी टिकट की कीमत का लगभग 25-30% रखती है।
वर्तमान में Flixbus नामक यह कंपनी 30 देशों में 2,000 से अधिक डेस्टिनेशन में सेवाएं देने का दावा करती है और साथ ही कंपनी का यह भी दावा है कि लगभग 100 मिलियन यात्री अब तक कंपनी की सेवाओं का इस्तेमाल कर चुकें हैं।
आपको यह भी बता दें कंपनी अपने ऑनलाइन बिक्री प्लेटफॉर्म और ऐप के माध्यम से टिकट बेचने का काम करती है।
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