आप सभी को शायद याद हो कि भारत में कैब सेवाओं से अपना प्रसार कर फूड डिलीवरी के कारोबार में कदम रखते हुए 2017 में Uber ने UberEats नामक फूड डिलीवरी सर्विस की शुरुआत की थी।
और जैसा कि हम सब जानते हैं कि जब UberEats के लॉन्च का ऐलान हुआ था तब तक इस ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी क्षेत्र में Swiggy और Zomato दोनों खिलाडियों ने व्यापक तौर पर अपने कदम जमा लिए थे।
लेकिन इसके बाद भी UberEats के लॉन्च के समय एक व्यापक धारणा यह थी कि UberEats भारत में अपने पहले से बने नेटवर्क का इस्तेमाल करते हुए काफी आक्रामक तौर पर इस क्षेत्र में वृद्धि करेगा।
लेकिन करीब दो साल बाद, आज के समय UberEats की स्थिति कुछ स्थिर नहीं कही जा सकती है। आपको बता दें UberEats बीते कुछ महीनों में राजस्व के तौर पर काफी नुकसान सह चुका है।
दरसल वर्तमान समय में Uber के हालत कुछ सही नहीं नज़र आ रहें हैं। एक पूर्ण कंपनी की तौर कंपनी की वित्तीय हालत ठीक नहीं हैं।
दरसल IPO फाइल करने से लेकर, Uber के संस्थापक Travis Kalanick का एक नई शुरुआत के लिए कंपनी का साथ छोड़ना और साथ ही कंपनी के कई अधिकारीयों का भी कंपनी से जाना, Uber के लिए काफी मुश्किलें खड़ी कर चुका है।
और अब इसी के चलते और ज्यादा राजस्व नुकसान को दावत न देते हुए Uber ने UberEats के भारतीय कारोबार को Zomato को बेचने की तैयारी कर ली है। हालाँकि इसको लेकर किसी भी कंपनी की ओर से कोई अधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है।
वहीँ इस कदम के पीछे का कारण तो साफ़ है कि अमेरिकी दिग्गज कंपनी Uber अब वैश्विक रूप से अपने खर्चों में कटौती करना चाहती है।
आपको बता दें इस सौदे के लिए UberEats की क़ीमत $400 मिलियन डॉलर तय की जा सकती है। लेकिन दिलचस्प तौर पर इसके साथ ही Uber शायद Zomato में भी लगभग $150 से $200 मिलियन का निवेश कर, और कंपनी में हिस्सेदारी प्राप्त कर सकता है।
हालाँकि रिपोर्ट्स यह भी दावा करती हैं कि दोनों कंपनियां के बीच अपनी बातचीत का दौर जारी है, लेकिन उम्मीद यह है कि इस साल के अंत से पहले इस सौदे को अंतिम रूप दिया जा सकता है।
आपको बता दें यह खबर ऐसे मौके पर आई है जब Zomato ने हाल ही में लगभग $600 मिलियन का नया फंडिंग राउंड क्लोज किया है और अब कंपनी की वैल्यूएशन $3 बिलियन पहुँच चुकी है।
इस बीच एक सच यह भी है कि UberEats India का कारोबार Swiggy या Zomato को बेचने संबंधी खबरें अक्सर इंटरनेट पर आती रहीं हैं। लेकिन अब ऐसा लगता है कि इस बात पर आख़िरी मुहर लगने का समय नजदीक आ गया है।
ऐसा इसलिए भी क्यूंकि UberEats ने राजस्व में अकेले भारत के अन्दर इस साल अगस्त से दिसंबर के बीच में ही $107.5 मिलियन का नुकसान सहा है।