Walmart के अधीन होने के बाद से Flipkart के रुख में कई परिवर्तन देखने को मिले हैं। और अब एक बार फ़िर से इसकी झलक सामने आई है।
जी हाँ! दरसल Flipkart ने लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप Shadowfax में लगभग 429 करोड़ रुपये के फंडिंग राउंड का नेतृत्व किया है। आपको बता दें Shadowfax हाइपरलोकल नेटवर्क का उपयोग करके तेजी से 2 घंटे में डिलीवरी संबंधी सुविधा प्रदान करता है।
और Flipkart भी इस कंपनी की इन्हीं क्षमताओं का उपयोग करने की योजना बना रही है। दरसल Flipkart के एक शीर्ष अधिकारी के अनुसार;
“Shadowfax की सुविधाओं के जरिये हमें स्मार्टफोन व फैशन उत्पादों से लेकर ग्रोसरी जैसे ऑन-डिमांड कैटेगिरी उत्पादों को भी मात्र 120 मिनट में डिलीवर कर सकने जैसी सहूलियत हासिल हो सकेगी।”
“Shadowfax की तकनीक का उपयोग करके हमें डेयरी, मीट, फल, सब्जियों और फार्मेसी जैसी नई श्रेणियों में भी खुद का विस्तार कर पाने के अवसर मिल सकेगा।”
दरसल कंपनी इसके जरिये देश में अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंदी Amazon को टक्कर देने की योजना बना रही है। असल में Amazon पहले से ही मई 2018 में लॉन्च की गई अपनी Prime Now सेवाओं के साथ मोबाइल फोन, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, रसोई के उपकरण, घरेलू और रसोई की आपूर्ति, फलों और सब्जियों से लेकर किराने के सामानों की एक्सप्रेस डिलीवरी की सुविधा प्रदान करता है।
इस बीच Flipkart भी देश में लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप्स में काफी संभवानाएं तलाशता नज़र आ रहा है। दरसल ट्रकिंग प्लेटफॉर्म BlackBuck और लॉकर प्रदाता QikPod में निवेश करने के बाद लॉजिस्टिक्स स्पेस में Flipkart का यह तीसरा निवेश है।
सूत्रों के मुताबिक Shadowfax के इस निवेश दौर में Flipkart ने करीब $35-$37 मिलियन का निवेश किया है।
साथ ही इस निवेश दौर में Flipkart के अलावा अन्य निवेशकों के तौर पर Eight Roads Ventures, Fidelity, NGP Capital, Qualcomm Ventures, Mirae Asset Naver Fund और International Finance Corporation (IFC) ने भी भाग लिया।
इसके साथ ही भले कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई लेकिन जानकारों का कहना है कि Shadowfax को यह निवेश करीब इसके $200-$250 मिलियन की वैल्यूएशन पर मिला है।
बता दें कि Shadowfax एक ऐसा टेक्नोलॉजी प्लेटफ़ॉर्म है जो ई-कॉमर्स कंपनियों और छोटे व मध्यम व्यवसायों के लिए डिलीवरी एक्सीक्यूटिव प्रदान करता है।
साथ ही इसके पहले वाले अपने निवेश दौर में Shadowfax ने NGP Capital, IFC, Mirae Asset और Qualcomm Ventures के नेतृव में करीब 573 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन पर 138 करोड़ रुपये का निवेश हासिल किया था।