थर्ड-पार्टी मार्केटप्लेस बाज़ार में अपने व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए Amazon ने अपने प्लेटफ़ॉर्म पर लिस्टेड विक्रेताओं से ‘एकत्रित डेटा’ का उपयोग करने की बात को स्वीकार किया है।
जी हाँ! यह दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी द्वारा अधिकारिक तौर पर किये गये एक बहुत बड़े खुलासे की तरह है।
हालाँकि एक बात साफ़ है जाँच के दौरान एक जवाब के तौर पर हुए इस खुलासे के बाद विक्रेताओं के मन में चिंता जरुर पैसा हो सकती है।
आपको बता दें 11 अक्टूबर को यूएस हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव ज्यूडिशियरी कमेटी की ओर से जारी किए गए दस्तावेज में मंगलवार को यह बात स्पष्ट हुई कि सार्वजनिक स्रोतों और Amazon की फर्स्ट-पार्टी की बिक्री से प्राप्त डेटा कंपनी की खुदरा और निजी ब्रांड टीमों के लिए उपलब्ध है।
इस बीच पैनल एंटीट्रस्ट कानून के संभावित उल्लंघनों को लेकर जाँच कर रहा है, जिसका ख़ुलासा Apple, Google और Facebook की प्रतिक्रियाओं से भी हो सका है।
हालाँकि इस बीच Amazon ने सफ़ाई देते हुए यह जरुर कहा है कि कंपनी किसी भी अपने व्यवसाय या निजी लेबल को बढ़ावा देने के लिए व्यक्तिगत विक्रेताओं के डेटा का उपयोग नहीं करती है।
हालाँकि अब यह देखना दिलचस्प होगा कि Amazon का यह बयान Amazon के प्लेटफ़ॉर्म में लिस्टेड विक्रेताओं को कैसे प्रभावित करता है।
आपको बता दें पहले भी ऐसी चीज़ें सामने आती रही हैं कि प्लेटफ़ॉर्म पर कई बड़े विक्रेता अक्सर इस चिंता को व्यक्त करते नज़र आते हैं कि कंपनी अपने व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए उनके व्यक्तिगत डेटा का उपयोग कर रही है।
दरसल US Congress के सवालों के जवाब में कंपनी ने कहा कि उत्पादों की मांग का अनुमान लगाने के लिए सार्वजनिक और एकत्रित बिक्री डेटा का उपयोग कंपनी खुले तौर पर करती है और इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
साथ ही Amazon ने कहा है कि अगर पहली नज़र में यह क़ीमतों को तय करने का खेल लगे तो कंपनी यह स्पष्ट करना चाहेगी की कीमतों को उत्पाद की उपलब्धता, कीमत और खरीद की आवृत्ति के अनुसार तय किया जाता है।
हालाँकि इस खुलासे के बाद ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्मो की विक्रेताओं के प्रति विश्वसनीयता को जरुर ही एक गहरा झटका लग सकता है और जब दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी ही डेटा के ऐसे इस्तेमाल का दावा कर रही हो तो अन्य बड़े खिलाडियों के बारे में भी ऐसी संभवतः अटकलें लगाना लाजमी ही नज़र आता है।