Personal Computer डिवाइस या PC, असल में बहुत ही ख़ामोशी के साथ दुनिया भर में कई सालों से अपनी जगह बनाते जा रहें हैं। हालाँकि अक्सर मोबाइल डिवाइसों इत्यादि के आगे इनकों लेकर चर्चा कम ही रहती है। लेकिन यकींन मानिए, इससे PC बाज़ार की अहमियत पर कोई असर नहीं पड़ता।
और अब इसी बात को साबित करते हुए एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि भारत में 2019 की तीसरी तिमाही तक PC बाजार में 15.8% की वृद्धि दर्ज की गई है।
हालाँकि इसका एक कारण तमिलनाडु सरकार एवं अन्य सरकारों व संस्थाओं द्वार नि: शुल्क Windows 10 संचालित अपडेटेड लैपटॉप को बाँटने जैसी योजनाएं भी हैं।
दरसल इंटरनेशनल डेटा कॉरपोरेशन (IDC) की Worldwide Quarterly Personal Computing Device Tracker रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार Desktop, NoteBooks और Workstations जैसी डिवाइसों की FY19 के Q3 में 3.1 मिलियन यूनिट की बिक्री हुई है।
इस बीच आपको बता दें कि Windows 7 अपने 2020 के निर्धारित किये गये अंत के भी क़रीब आ गया है।
वहीँ आंकड़ों की बात करें तो Desktop श्रेणी ने शिपमेंट को लेकर इस साल 10.6% की वृद्धि देखी गई। ख़ास यह है कि इसका मुख्य कारण बैंकों द्वारा अपडेटेड Windows 10 Desktop की ख़रीद भी रही।
वहीँ IDC की इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि NoteBooks में भी 18% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई, जिसका कारण भारत के शिक्षा क्षेत्र में तेजी से बढ़ता तकनीकी इस्तेमाल और कॉरपोरेट और SMBs भी रहे।
वहीँ दिलचस्प रूप से इस वृद्धि की एक जो सबसे बड़ी वजह रही वह है तमिलनाडु राज्य में लैपटॉप के मुफ्त वितरण की योजना, जिसके चलते Electronics Corporation of Tamil Nadu Ltd. (ELCOT) को इस योजना के दूसरे चरण में काफी बड़ा ऑर्डर भेजा गया।
इस बीच IDC India के Market Analyst, भारत शेनॉय ने कहा,
“तमिलनाडु सरकार की योजना, बढ़ते स्टार्टअप्स, BFSI सेगेमेंट और बड़े कॉर्पोरेटों के अलावा भारत में तकनीकी रूप से शिक्षा का हो रहा विकास भी PC बाज़ार में कमर्शियल बिक्री को बढ़ा रहा है”
इसके साथ ही कमर्शियल सेगमेंट में भी 39% की सालाना वृद्धि देखी गई, और वेंडर्स ने 2019 की तीसरी तिमाही में इस सेगेमेंट में कुल 1.7 मिलियन डिवाइस बेचें।
हालांकि जहाँ एक ओर कमर्शियल सेगेमेंट काफी तेजी से बढ़ रहा है वहीँ उपभोक्ता सेगमेंट में 4.2% की गिरावट दर्ज की गई है।
दरसल पिछले साल की इन्वेंट्री संबंधी दिक्कतों से सीख लेते हुए कुछ विक्रेता अतिरिक्त स्टॉकिंग से बचते नज़र आए और चरणबद्ध तरीके से शिपमेंट भेजने का तरीका अपनाया। और इसका नतीजा यह रहा है कि कमर्शियल सेगमेंट में तो उछाल नज़र आया लेकिन उपभोगता सेगमेंट में थोड़ी गिरावट भी हुई।
वहीँ आपको बता दें Lenovo ने इस तीसरी तिमाही में 28.5% के मार्केट शेयर के साथ इस श्रेणी में अपनी लीडरशिप पोजिशन को बनाये रखा। दरसल ELCOT के साथ हुए सौदे के चलते इसके शिपमेंट में 55.4% की वृद्धि हुई।
हालाँकि ELCOT के साथ ही Lenovo ने BFSI सौदों में भी अपनी मजबूत पकड़ के चलते यह परिणाम हासिल किया है।