छोटे सैटलाइट क्षेत्र संबंधी सेवा प्रदाता Kepler ने सैटलाइट-आधारित ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी क्षेत्र में कुछ ऐसा करके दिखाया है, जो पहले कभी नहीं हुआ। जी हाँ! दरसल Kepler ने सैटलाइट-आधारित ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी आधारित हाई- बैंडविड्थ संबंधी क्षमता प्रदान करती है।
Kepler के नैनोसेटेलाइट्स ने जर्मन आइसब्रेकर समुद्री जहाज में 100Mbps से अधिक नेटवर्क स्पीड प्राप्त करने का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया है। आपको बता दें यह जहग MOSAiC अनुसंधान अभियान के लिए मोबाइल लैब के रूप में कार्य करता है।
दरसल Kepler के अनुसार, यह पहली बार है कि किसी भी केंद्रीय आर्कटिक ग्राउंड-आधारित उपयोग के लिए इस प्रकार की हाई-बैंडविड्थ सैटलाइट नेटवर्क दर्ज किया गया है। खास यह है कि यह कनेक्शन सिर्फ एक तकनीकी डेमो नहीं है: इसका उपयोग MOSAiC टीम में शोधकर्ताओं द्वारा किया जा रहा है। यह यह शोध टीम सैकड़ों लोगों से बनी है और अब इसका उपयोग टीम द्वारा एकत्रित किए जा रहे डेटा को जहाज के बीच आगे और पीछे, और किनारे स्थित अनुसंधान स्टेशनों को डेटा स्थानांतरित कर, उसमें काम करते हुए सभी पहलुओं में सुधार करने के लिए किया जाता है।
दरसल पृथ्वी के किसी भी ध्रुव पर विज्ञान अभियानों के लिए बल्क डेटा स्थानांतरण लंबे समय से एक चुनौती रहा है। इन स्थानों में स्थलीय हाई-बैंडवॉच नेटवर्क स्थापित करना एक अव्यावहारिक चीज़ मानी जाती रही है, और पारंपरिक सैटलाइट-आधारित नेटवर्किंग इन स्थानों में इस प्रकार की गति को प्राप्त करने में सक्षम नहीं है।
लेकिन Kepler विशिष्ट रूप से दो निम्न-कक्षा उपग्रहों के साथ पृथ्वी के ध्रुवों में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। दरसल अपनी सेवाओं में यह ध्रुवीय कक्षीय वैज्ञानिकों को टीम प्रदान करता है, जिसमें जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए एक बहु-विषयक टीम शामिल होती है। यह टीम ऐसी जगह पर जलवायु परिवर्तन का अध्ययन करती है जहाँ जलवायु काफ़ी नाटकीय रूप परिवर्तन दर्ज करती है।
आपको बता दें स फ्लोटिंग रिसर्च शिप पर Kepler ने 38Mbps डाउन और 120Mbps अप का प्रदर्शन किया है, जो संयोग से Google के अपने उच्चतम गुणवत्ता वाले Stadia गेम स्ट्रीमिंग द्वारा दर्ज किया गया अधिकतम मानक है। लेकिन अंतर यह है कि Kepler ने यह विज्ञान के नजरिये से हासिल किया है, किसी खेल के तौर पर नहीं।